नई दिल्ली। भारतीय महिला टीम की स्टार खिलाड़ी स्मृति मंधाना ने खुद को टीम के मजबूत स्तंभ की तरह से स्थापित कर लिया है। मंधाना को आईसीसी वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2018 का अवॉर्ड दिया गया था। हाल ही में मंधाना ने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने अपने बारे में कुछ दिलचस्प खुलासे करते हुए क्रिकेट के अन्य पहलुओं के बारे में भी चर्चा की है।
स्ट्रोक प्लेयर मंधाना ने बताया कि महिला क्रिकेट में न्यूजीलैंड की टीम की गेंदबाज ताहूहू की तरह कुछ तेज गति से गेंद फेंकने वाली गेंदबाज भी है लेकिन अन्य गेंदबाजों की गति उतनी तेज नहीं होती कि आप गेंद को केवल अपने बल्ले से गति देकर चार रन के लिए भेज सको। मंधाना ने कहा, 'इसी कारण जब में लड़कों के साथ खेलती थी तो बहुत अच्छी बल्लेबाजी करती थी लेकिन जब मैंने धीमी गति के गेंदबाजों को खेला तब मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा।' मंधाना ने बताया ऐसे में महिला क्रिकेट में अपनी हेड पॉजिशन समेत पूरी शेप पर पकड़ बनाना महत्वपूर्ण होता है। आपको गेंद को सही तरह से टाइम करने के बारे में सोचना होगा।
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इसके अलावा मंधाना से छोटे शहरों की लड़कियों के बारे में बात करते हुए बताया कि आप ये मत सोचिए कि आप छोटे शहर से हैं। आपको अपने सपनों और जुनून को पूरा करना है। बल्कि छोटे शहरों से होना तो अपने आप में एक फायदे वाली बात भी है। थोड़ा सा अच्छा खेल दिखाने पर भी आप लोगों की नजरों में आ जाते हैं। वहीं, अपनी फिटनेस के बारे में बात करते हुए मंधाना ने कहा कि वह जिम के कुछ सेशन करने के अलावा स्प्रिंट करना पंसद करती हैं। उनको लंबे समय तक ट्रेडमिल पर दौड़ना पसंद नहीं हैं। इसके अलावा मिताली-रमेश पवार प्रकरण पर बात करते हुए मंधाना ने कहा कि यह बीती बात हो चुकी है अब आगे इंग्लैंड सीरीज पर ध्यान देने का समय है।