1. मार्क निकोलस
मार्क निकोलस एक प्रसिद्ध अंग्रेजी क्रिकेट कमेंटेटर हैं, जिन्होंने 1985 से 1995 तक हैम्पशायर की कप्तानी की। निकोलस ने भले ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो, लेकिन वह 20 वर्षों से प्रसारण क्षेत्र में हैं।
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लेकिन उन्हें 2005 में अपने शानदार कमेंटरी करियर में एक दाग का सामना करना पड़ा। चैनल नाइन ने निकोलस को जब टिप्पणी बॉक्स से बाहर कर दिया। नाइन के क्रिकेट कवरेज के कार्यकारी निर्माता ग्रीम कोस इसका अजीबोगरीब कारण यह बताया, "हमें लगा कि हमारा कमेंट्री बॉक्स फुल है, और मार्क को लाने के लिए किसी और को बाहर कर दिया जाए तो और यह मुश्किल है। फिर भी मार्क आगे कभी वापसी कर सकते हैं।" कोस के हवाले से सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने यह बात कही थी।
हालांकि उन्हें जल्द ही बहाल कर दिया गया और उन्होंने इंग्लैंड के अधिकांश क्रिकेट को कवर किया गया।
2. डीन जोंस ने जब अमला को 'आतंकवादी' कहा
इस ऑस्ट्रेलिया कॉमेंटेटर ने श्रीलंका और साउथ अफ्रीका के एक टेस्ट मैच के दौरान हाशिम अमला को आतंकवादी कहा था। 2006 में हुए इस मुकाबले के समय दक्षिण अफ्रीका बल्लेबाज अमला ने श्रीलंका के बाएं हाथ के बल्लेबाज कुमार संगकारा का कैच लिया था जिस पर डीन जोंस ने कहा था- आतंकवादी ने एक और विकेट ले लिया।
इसके बाद जोंस को प्रसारणकर्ता टेन स्पोर्ट्स ने नौकरी से निकाल दिया था। बाद में हालांकि जोंस ने अपनी गलती मानी थी कि उन्होंने गलत शब्द का इस्तेमाल कर दिया।
3. हर्षा भोगले
आईपीएल 2016 के दौरान भोगले को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। उस समय बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी विवाद में शामिल थे।
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दरअसल अमिताभ ने भोगले पर नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया था कि उनके हर समय विदेशी खिलाड़ियों की तारीफ करने की बजाए हमारे अपने खिलाड़ियों के लिए कुछ अच्छे शब्द बोलने चाहिए जिसके बाद धोनी ने उसी ट्वीट को फिर से ट्वीट करते हुए लिखा था- इसमें कुछ भी जोड़ने की जरूरत नहीं है।
हालांकि माना जाता है कि कुछ पूर्व खिलाड़ियों की भी भोगले को निकालने में भूमिका थी क्योंकि 2016 के टी20 वर्ल्ड कप के पहले मुकाबले में भोगले की विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के साथ कुछ गर्मागर्म बहस हुई थी। हालांकि भोगले को कारण का पता नहीं चला लेकिन ट्विटर पर उनके सपोर्ट में तब काफी लोग आ गए थे।
4. नवजोत सिंह सिद्धू
सिद्धू को एक भावुक इंसान माना जाता है। वे अपनी शेरों-शायरी, कविताओं और राजनीतिक पारी के कारण इस समय चर्चाओं में रहते हैं। लेकिन एक समय वे अपनी तीखी कमेंट्री को लेकर चर्चा में रहते थे।
उनको एक बार तीखे और कठोर शब्दों का प्रयोग करने के कारण ईएसपीएन-स्टार ने बाहर कर कर दिया था। बाद में यह पूर्व सलामी बल्लेबाज आईसीसी के द्वारा भी बाहर किया गया क्योंकि तब इन्होंने बांग्लादेश के खिलाड़ियों की कड़ी आलोचना की थी।
इतना ही नहीं, सिद्धू को बाद में आईपीएल से भी बाहर किया गया और फिर उनको कॉमेडी शो 'द कपिल शर्मा शो' में जगह मिली।
5. संजय मांजरेकर
यह सबसे ताजा मामला है। दुनिया के बेहतर कॉमेंटेटर के तौर पर माने जाने वाले संजय मांजरेकर को बीसीसीआई ने अपने कमेंट्री पैनल से बाहर कर दिया है।
1996 में अपने रिटायरमेंट के बाद से ही मांजरेकर कमेंट्री में सक्रिय रहे हैं और पिछले तीन विश्व कप के अलावा वे आईसीसी के लगभग सभी इवेंट्स में कमेंट्री करते रहे हैं। माना जा रहा है कि बीसीसीआई उनको आगे भी अपनी टीम में शामिल ना करने का मन बना चुका है और वे आईपीएल में भी शायद ही कमेंट्री करते हुए दिखाई दें।
इस मामले पर जानकारी देते हुए एक सूत्र ने बेंगलुरु मिरर के हवाले से बताया है- 'शायद वह (मांजरेकर) आईपीएल से बाहर ही रहेंगे। इस समय हमारे दिमाग में यह नहीं है। लेकिन सच ये है कि उनके (मांजरेकर) के काम करने के तरीके से वे (बीसीसीआई) खुश नहीं थे।'