अर्जुन की तरह सचिन तेंदुलकर भी 1987 के विश्वकप के सेमीफाइनल मैच में बाल ब्वाय बने थे और 1992 के विश्वकप में देश का प्रतिनिधित्व किया था।
अर्जुन तेंदुलकर भी उम्मीद कर रहे होंगे कि वह भारत के लिए खेलें। अपने अंतिम टेस्ट की पहली पारी में सचिन ने 12 चौकों की मदद से 74 रन बनाये। इस पारी में वह काफी बेहतर दिख रहे थे। फिल्म अभिनेता आमिर खान का कहना है कि सचिन तेंदुलकर की आज की पारी सर्वश्रेष्ठ है। उनकी यह पारी मुझे हमेशा ही याद रहेगी।
सचिन के बारे में उनके साथी खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का कहना है कि सचिन ने हमेशा ही बेहतर होने की कोशिश की है और आज भी वह पहले की तरह दिख रहे थे। यही कारण है कि आज दर्शक उन्हें भावनात्मक विदाई दे रहे हैं, ये दर्शाता है कि दर्शक उन्हें कितना पसंद करते हैं।