नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को बड़ी जिम्मेदारी साैंपी है जिसके लिए पहले सचिन तेंदुलकर का नाम सामने आया था। दरअसल, गांगुली ने सहवाग को 12 जनवरी को मुंबई में सातवें मंसूर अली खान पटौदी लेक्चर देने का आदेश दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने 6 फरवरी 2013 को भारत में क्रिकेट के लिए मंसूर अली खान पटौदी मेमोरियल लेक्चर शुरू किया था। यह पूर्व भारतीय कप्तान मंसूर अली खान पटौदी का सम्मान करने के लिए स्थापित किया गया था, जिनकी 2011 में मृत्यु हो गई थी।
20 फरवरी 2013 को चेन्नई के ताज कोरोमंडल होटल में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सुनील गावस्कर ने पहला मंसूर अली खान पटौदी लेक्चर दिया था। अब इसके सातवें लैक्चर के लिए पहले सचिन का नाम आगे था लेकिन मास्टर ब्लास्टर ने व्यक्त किया है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे क्योंकि वह उस दौरान यात्रा कर रहे होंगे। अंत में, बीसीसीआई ने वीरेंद्र सहवाग को यह जिम्मेदारी दी। सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 T20I मैच खेले हैं।
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वीरेंद्र सहवाग ने भी इस खबर की पुष्टि की है। नजफगढ़ के नवाब सहवाह ने कहा कि उन्होंने सौरव गांगुली को अपनी उपलब्धता से अवगत कराया है। इससे पहले, सुनील गावस्कर, अनिल कुंबले, वी.वी.एस. लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और फारूख इंजीनियर और इंग्लैंड के केविन पीटरसन ने लेक्चर दिया। बीसीसीआई का पुरस्कार समारोह भी उसी दिन होगा। गांगुली के अनुसार, इस साल भारतीय क्रिकेट में बड़ा योगदान देने वाले मौजूदा क्रिकेटर को सालाना पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पूर्व खिलाड़ियों के साथ ही साथ मौजूदा क्रिकेटर भी मौजूद नजर आएंगे।
बता दें कि बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान देने वाले मंसूर अली खा पटाैदी के सम्मान के लिए हर साल यह कार्यक्रम चलाया हुआ है। पटाैदी ने 46 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 34.91 के औसत से 2793 रन बनाए हैं। उन्होंने 40 टेस्ट मैच में कप्तानी भी की है।