सवाल पर दिया ये जवाब
गांगुली ने भारत-पाकिस्तान सीरीज पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम सरकारों की अनुमति के बिना नहीं बनते हैं। इस पर फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को करना है। गांगुली ने यह बयान गुरुवार को कोलकाता में दिया। इमरान पीसीबी के संरक्षक भी हैं। पूर्व कप्तान ने पत्रकारों से कहा, 'ये सवाल आपको मोदी जी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से पूछने चाहिए। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम सरकारों की अनुमति के बिना नहीं बनते। इसलिए हमारे पास इस सवाल का जवाब नहीं है।'
गांगुली की कप्तानी में पाकिस्तान की हार
गांगुली 23 अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर बोर्ड के अध्यक्ष बन जाएंगे। उन्होंने 15 अक्टूबर को नामांकन भरा था। उनके अलावा किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया था। गांगुली का निर्वाचन निर्विरोध होगा। बता दें कि गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2004 में पाकिस्तान को उसी के घर मात देते हुए वनडे और टेस्ट सीरीज जीती थी। तब टीम इंडिया 1989 के बाद पहली बार पाकिस्तान दौरे पर गई थी। कारगिल युद्ध (1999) के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली द्विपक्षीय सीरीज थी। टीम इंडिया पांच वनडे की सीरीज 3-2 से और तीन टेस्ट की सीरीज 2-1 से जीती थी।
2012 में हुई थी आखिरी द्विपक्षीय सीरीज
गाैर हो कि दोनों टीमों के बीच पिछली द्विपक्षीय सीरीज 2012 में हुई थी। तब पाकिस्तानी टीम भारत दौरे पर तीन वनडे और दो टी-20 खेलने आई थी। टी-20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी और वनडे सीरीज पाकिस्तान 2-1 से जीता था। इसके बाद बीसीसीआई ने पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। इसी साल के फरवरी में बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल को एक पत्र लिखा था। इसमें उसने क्रिकेट समुदाय से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों से संबंध खत्म करने की मांग की थी। पत्र में बीसीसीआई ने वनडे वर्ल्ड कप समेत आईसीसी की भविष्य में होने वाले प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई थी। हालांकि, आईसीसी ने पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर नहीं किया था। बीसीसीआई ने पुलवामा हमले के बाद ये पत्र लिखा था। आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हुए थे।