क्या कर रहा बोर्ड?
सौरव गांगुली ने ट्वीट करते हुए वो लेटर शेयर भी किया है। जिसमें गांगुली ने कहा कि मैं आपको यह मेल चिंता की गहरी भावना के साथ लिखता हूं कि भारतीय क्रिकेट प्रशासन क्या कर रहा है। मैं लंबे समय तक खेल खेला, हमारी जिंदगियां हार और जीत के ईर्द-गिर्द घूमी हैं, भारतीय क्रिकेट की छवि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण थी। हम जानते हैं कि क्रिकेट के नियमों में बदलाव आया है। हम लोगों को पता है कि हमारा क्रिकेट अब कैसे चल रहा है।
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व्यक्त की गहरी चिंता
गांगुली ने कहा कि में गहती चिंता के साथ (मैं चिंता शब्द का उपयोग करता हूं) मैं यह बताना चाहता हूं कि पिछले कुछ वर्षों में चीजें किस तरह से बदल गई हैं, दुनिया के लिए भारतीय क्रिकेट का अधिकार और लाखों प्रशंसकों का प्यार और विश्वास नीचे गिर रह है। गांगुली ने कहा कि मुझए नहीं पता कि इसमें कितना सच्चाई है लेकिन उत्पीड़न की हाल की रिपोर्ट ने बीसीसीआई की छवि को नुकशान पहुंचा है। और जिस तरह से इसे संभाला गया है। चार लोगों की समिति बनी लेकिन उसमें मतभेद दिखाई देने लगा है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, कुछ दिन पहले ही एक ट्विटर हैंडल पर एक महिला द्वारा लिखे गए पत्र के स्क्रीनशॉट्स जारी किए गए थे। इसमें राहुल जौहरी पर उस अज्ञात महिला लेखक से यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इस पर संज्ञान लेते हुए सीओए ने जौहरी से आरोपों की सफाई देने के लिए सात दिन का समय दिया था। इधर प्रशासकों की समिति ने जांच कमेटी को आदेश दिए हैं कि, वह 15 दिन के भीतर इस रिपोर्ट को सीओए के सामने जमा करे। वहीं राहुल जौहरी को तब तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया।