जोहान्सबर्ग : भारतीय क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 266 रन बनाए। इसी के साथ मेहमान टीम ने साउथ अफ्रीका के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा। खेल अभी भी दो दिन का बाकी रहेगा। अगर भारतीय गेंदबाजों ने तीसरे दिन की समाप्ति तक बड़े विकेट नहीं निकाले तो हार का खतरा मंडरा सकता है। वो तो शुक्र है हनुमा विहारी का जो अंत तक क्रीज पर टिके रहे, जिसके चलते भारत इतने स्कोर तक पहुंचने में सफल हुआ। विहारी ने 84 गेंदों में नाबाद 40 रन बनाए। उन्हें अंतिम समय शार्दुल ठाकुर का भी साथ मिला जिन्होंने 24 गेंदों में 28 रन बनाए। कागिसो रबाडा, लुंगी नगिडी व मार्को जेनेसन ने 3-3 विकेट लिए।
भारतीय टीम ने पहली पारी में 202 रन बनाए थे, जबकि साउथ अफ्रीका की पहली पारी 229 रनों पर सिमट गई थी, जिसके आधार पर उन्होंने पहली पारी में 27 रनों की बढ़त ली थी। हालांकि, फिर भी अफ्रीकी टीम के लिए 240 रनों का लक्ष्य पाना आसान नहीं होगा, क्योंकि मैदान पर अनियंत्रित उछाल देखने को मिला है, जो तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होता दिख रहा है। अब तक हुई तीनों ही पारियों में दोनों टीमें बड़ी मुश्किल से 200 का आंकड़ा पार किया है। वहीं तेज गेंदबाज हावी रहे हैं।
यह भी पढ़ें- 4 लीटर दूध, 2 किलो चिकन, 15 नंबर का जूता, मिलिए हरियाणा के खली से
वहीं अभी तक साउथ अफ्रीका वांडररर्स में चौथी पारी में इतना बड़ा लक्ष्य कभी हासिल नहीं कर पाई है। उसने सिर्फ 2006 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिले 217 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने यहां पर बड़े लक्ष्य हासिल किए हुए हैं।
वांडररर्स में चौथी पारी में सक्सेफुल चेज-
310 रन: ऑस्ट्रेलिया vs साउथ अफ्रीका 2012
292 रन: ऑस्ट्रेलिया vs साउथ अफ्रीका 2006
217 रन साउथ अफ्रीका vs न्यूजीलैंड 2006
इससे पहले भारत ने तीसरे दिन की शुरुआत दूसरी पारी के 21वें ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 85 रन से की। भारत की ओर से दूसरे दिन नाबाद रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने तीसरे दिन की शुरुआत की। दोनों ने भारत को 23 ओवर में 100 रन का आंकड़ा पार करने में मदद की। पुजारा ने 30वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने केवल 62 गेंदें खेलीं। पारी के 32वें ओवर में रहाणे ने भी अर्धशतक पूरा किया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी भी पूरी की। हालांकि रबाडा रहाणे और पुजारा साझेदारी को तोड़ने में कामयाब रहे। उन्होंने 35वें ओवर में रहाणे को 58 रन पर आउट किया। रहाणे ने मैच में 8 चौके और 1 छक्का लगाया। दोनों के बीच 111 रनों की साझेदारी हुई। फिर 37वें ओवर में पुजारा को भी रबाडा ने आउट कर दिया। पुजारा ने 10 चौकों की मदद से 53 रन बनाए। फिर 39वें ओवर में ऋषभ पंत रबाडा के खिलाफ खेलते हुए काइल वेरेन के हाथों कैच आउट हुए और शून्य पर आउट हो गए। फिर पंत के आउट होने के बाद आर अश्विन हनुमा विहारी का साथ देने आए। हालांकि अश्विन भी 14 गेंदों पर 16 रनों की आक्रामक पारी खेलकर आउट हुए। लुंगी एंगिडी ने उन्हें आउट किया। तभी शार्दुल ठाकुर बल्लेबाजी करने आए।
शार्दुल ठाकुर ने हनुमा विहारी का भरपूर साथ दिया। दोनों ने अच्छा खेल दिखाया और भारत की बढ़त को करीब 200 रनों तक पहुंचा दिया। इस बीच शार्दुल ठाकुर ने भी कुछ आक्रामक शॉट खेले। हालांकि, 50वें ओवर में मार्को जेन्सेन ने उनकी और विहारी की 41 रन की साझेदारी को तोड़ते हुए शार्दुल आउट कर दिया। उनके आउट होने के बाद मोहम्मद शमी भी 52वें ओवर में जेन्सेन की गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए। लेकिन फिर बुमराह ने विहारी का साथ देने की कोशिश की। हालांकि बुमराह ने एक छक्के के साथ 7 रन बनाए और 57वें ओवर में लुंगी एंगिडी के खिलाफ जेन्सेन के हाथों कैच आउट हो गए। आखिरी विकेट के लिए भी विहारी ने मोहम्मद सिराज से मिलकर स्कोर खींचने की कोशिश की, लेकिन 61वें ओवर में लुंगी नगिडी ने मोहम्मद सिराज को शून्य पर बोल्ड कर भारत की पारी 266 रन पर समाप्त कर दी।