दुसैं के शतक से 273 के स्कोर पर पहुंची साउथ अफ्रीका
वहीं अगले 21 रन के अंदर साउथ अफ्रीका की टीम ने अपने 4 विकेट खो दिये थे, जिसके बाद वान डार दुसैं (नाबाद 123) ने पारी को संभालने का काम किया और डेविड मिलर (50) के साथ 116 रनों की साझेदारी की। इस दौरान दुसैं ने अपना पहला शतक पूरा किया तो मिलर ने भी अर्धशतक लगाने का काम किया। साउथ अफ्रीका के लिये एंडिले फेकलुक्वायो (29) और कगिसो रबाडा (13) ने कुछ अच्छे शॉटस खेलकर टीम के स्कोर को 273 रनों तक पहुंंचाने का काम किया।
बाबर आजम के शतक से पाकिस्तान ने की अच्छी शुरुआत
वहीं 274 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने अपना पहला विकेट महज 9 रन पर खो दिया था लेकिन कप्तान बाबर आजम (103) और इमाम उल हक (70) की शानदार पारियों के दम पर दूसरे विकेट के लिये 177 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। यहां से पाकिस्तान के लिये जीत बेहद आसान लग रही थी लेकिन तभी अफ्रीकी गेंदबाजों ने वापसी करते हुए 17 रन के अंदर पाकिस्तान के 4 विकेट गिरा दिये।
पाकिस्तान के लिये मोहम्मद रिजवान (40) और शादाब खान (33) ने अर्धशतकीय साझेदारी की लेकिन एक बार फिर से अफ्रीका बॉलर्स ने वापसी कराई। आलम यह रहा कि आखिरी 12 गेंदों में पाकिस्तान को जीत के लिये 14 रन की दरकार थी। एंगिडी 49वां ओवर करने आये जिसमें पाकिस्तानी बल्लेबाज शादाब खान को 3 बार जीवनदान मिला।
आखिरी 2 ओवर्स में हुआ सुपरड्रामा
एंगिडी की चौथी गेंद पर शादाब ने कैच उठा दिया था लेकिन दुसैं उसे पकड़ नहीं सके और उन्हें पहला जीवनदान मिला। अगली गेंद पर एंगिडी ने शादाब को बोल्ड मारा लेकिन गेंद को कमर से ऊपर होने की वजह से नो बॉल दे दिया गया। आखिरी गेंद पर गेंद विकेटकीपर के पास से निकल गई और कैच नहीं हुआ। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने इस ओवर में 11 रन बटोर लिये थे और जीत के लिये आखिरी 6 गेंदों में 3 रन की दरकार थी।
आखिरी ओवर करने आये फेकलुक्वायो ने पहली ही गेंद पर शादाब खान को कैच कराकर वापस भेजा और अगली 3 गेंदों पर कोई रन दिया। अब पाकिस्तान को 2 गेंद में 3 रन की दरकार थी। पांचवी गेंद पर फहीम अशरफ ने 2 रन और आखिरी गेंद पर 1 रन लेकर आखिरकार पाकिस्तान को मैच जिता ही दिया।