नई दिल्ली। स्पिनर युजवेंद्र चहल भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अहम खिलाड़ी साबित हुए हैं। उनका का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू की टीम में शामिल होने के बाद उनका भाग्या बदला है। चहल ने 2011 में मुंबई इंडियंस के साथ अपना आईपीएल करियर शुरू किया था, लेकिन उन्हें अधिक अवसर नहीं मिले। इसके बाद 2014 में वह आरसीबी की टीम में शामिल हो गए। इस समय चहल को दुनिया में टॉप स्पिनर माना जाता है। 2016 में उन्होंने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया। तब से वह लगतारा टीम का हिस्सा बने हुए हैं।
चहल ने अब तक 52 वनडे, 42 टी-20 में क्रमशः 91 और 55 विकेट हासिल कर चुके हैं। वह आरसीबी के लिए भी 83 मैचों में 100 विकेट ले चुके हैं। चहल ने एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए यह स्वीकार किया कि आरसीबी का हिस्सा बनने से उनके करियर में सकारात्मक मोड़ आया। चहल ने कहा, ''उस साल आईपीएल दुबई में हुआ था। मैं संकोची इंसान हूं। ड्रेसिंग रूम में मैं एक-दो खिलाड़ियों को ही जानता था। मेरे हरियाणा के साथ हर्षल पटेल भी टीम में थे। मैं उनसे बात करने में सहज था। हम दोनों ने रूम साझा किया। इसके बाद मेरे जीवन में बदलाव आना शुरू हुआ।''
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इसके आगे बात करते हुए चहल ने कहा, ''वह विराट कोहली, डेनियल विटोरी और एबी डिविलियर्स के साथ रूम शेयर करके बहुत खुश थे। इसके अलावा वह रवि रामपाल को भी जानते थे, जो पहले आरसीबी टीम में थे।'' बता दें कि 29 वर्षीय चहल ने यूएई में 2014 में आरसीबी के लिए डेब्यू किया था। वह सभी मैच खेले और उन्होंने 7.01 की इकोनॉमी से 12 विकेट लिए थे। 2015 चहल के लिए ब्रेकथ्रू साल साबित हुआ। उस सीजन में चहल ने 15 मैचों में 23 विकेट लिए, जबकि स्ट्राइक रेट 12.21 का रहा था।