नई दिल्ली। भारत के केंद्रीय खेल मंत्री जीतेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे गये पत्र में हॉकी के पूर्व महान खिलाड़ी ध्यानचंद को भारत रत्न दिये जाने का अनुरोध किया है। गौरतलब है कि इस मामले में सचिन तेंदुलकर को यह सम्मान दिये जाने की बात की जा रही थी लेकिन पहले यह सम्मान ध्यानचंद को ही मिलेगा ऐसी उम्मीद की जा रही है। ध्यानचंद भारतीय हॉकी के स्वर्णिम काल के पुरोधा थे, जिन्होने 1928, 1932 और 1936 में देश को ओलंपिक में अपने अविश्वसनीय खेल से स्वर्ण पदक दिलवाये। ध्यानचंद की 1979 में मृत्यु हो गयी थी।
वहीं सचिन तेंदुलकर ने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एक मात्र सौ शतक लगाने वाले खिलाड़ी बनने का गौरव प्राप्त किया। अंदाजा लगाया जा रहा है कि ध्यानचंद को भारत रत्न मिलने के बाद सचिन को भी यह सम्मान दिये जाने का रास्ता साफ हो जाएगा। सचिन अभी 40 बर्ष के हैं और भविष्य में उन्हें यह सम्मान दिया जा सकता है।
11 दिसंबर 2011 को ध्यानचंद को भारत रत्न दिये जाने की एक अर्जी को खारिज कर दिया गया था क्योंकि यह पुरस्कार केवल साहित्य, समाज सेवा, राजनीति और संगीत के क्षेत्र मे विशेष योगदान के लिए ही दिया जाता है।