मुंबई। टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने कहा है कि आईपीएल इंडियन क्रिकेट की विद्या बालन है, जिसका उद्देश्य मात्र मनोरंजन करना है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आधार घेरलू क्रिकेट होता है, इसलिए जरूरी है कि जोनल मैचों को महत्व दिया जाये और घरेलू क्रिकेट के ढ़ाचे को मजबूत किया जाए। उन्होने किसी भी खिलाड़ी के लिए रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी में खेलना आवश्यक बताया।
उन्होने दूसरा के बारे में कहा कि अगर एक महिला की जिंदगी में उसके पति के अलावा एक और शख्स होता है जिसे सामाजिक रूप से स्वीकार नहीं कर सकते हैं, तो हम उसे 'दूसरा' कहते हैं। जब व्यक्तिगत जिंदगी में 'दूसरा' स्वीकार नहीं किया जा सकता है तो क्रिकेट फील्ड में क्यूं? इसलिए दूसरा और तीसरा के बारे में बात करने की अपेक्षा गेंदबाजों को बेहतर स्पिन गेंदबाजी पर ध्यान लगाना चाहिए।
भारत के युवा स्पिनर परवेज रसूल के बारे में पूछे जाने पर कि क्या वह टीम इंडिया में आर आश्विन के साथ एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं? इस पर उन्होने कहा कि आश्विन भारत के मुख्य गेंदबाज होने की जिम्मेदारी का आनंद उठा रहे हैं और मुझे लगता है कि जैसे जैसे वक्त गुजरेगा, वह खेल के साथ और भी बेहतर होते जायेंगे।
बेदी का कहना है कि 6 साल पहले जब आईपीएल की शुरूआत हुई थी, उस समय इंडियन क्रिकेट एक मुश्किल परिस्थिति से गुजर रहा था, तब यह संभावना भी थी कि कहीं इसकी हालत वेस्टइंडीज क्रिकेट जैसी न हो जाय लेकिन आईपीएल ने इसे एक पुनर्जीवन दिया है लेकिन आप प्रथम श्रेणी क्रिकेट की उपयोगिता से इनकार नहीं कर सकते हैं। बेदी ने कहा कि मुझे टी20 ज्यादा पसंद नहीं है बल्कि टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है।