भारत पीछे हटता तो श्रीलंका को नुकसान होता
एसएलसी के सचिव मोहन डी सिल्वा ने इस आंकड़े का खुलासा किया। हालांकि यह दाैरा उस समय खतरे में भी दिखा जब दूसरे टी20 के शुरू होने से पहले क्रुणाल पांड्या कोरोना पाॅजिटिव पाए गए, फिर मैच को एक दिन के लिए स्थगित भी किया गया था। भारतीय और श्रीलंकाई बोर्ड ने दौरे को रद्द करने के बारे में सोचा, लेकिन बीसीसीआई ने अंत में आखिरी दो मैच करवाने में मदद की। अगर भारत बीच में ही सीरीज से हट जाता तो श्रीलंका क्रिकेट को भारी नुकसान होता।
भारत के साथ अच्छे संबंध के कारण हुआ संभव
डी सिल्वा ने डेली एफटी को बताया, "एउटीपी (भविष्य के दौरे कार्यक्रम) के अनुसार यह दौरा केवल 3 एकदिवसीय मैचों के लिए था, लेकिन हमारे अध्यक्ष शम्मी सिल्वा हमें अतिरिक्त 3 टी20 देने के लिए बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) को मनाने में कामयाब रहे, जिसके परिणामस्वरूप कमाई में इजाफा हुआ। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ हमने जो संबंध बनाए हैं, उसके कारण यह संभव हुआ। हमें ब्रॉडकास्टिंग और ग्राउंड आदि जैसे अन्य अधिकारों से 14.5 मिलियन डॉलर मिले।" उन्होंने आगे कहा, "तथ्य यह है कि बीसीसीआई और भारत सरकार ने अपनी टीम को महामारी के समय में श्रीलंका आने और अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का भरोसा दिया, यह भी बीसीसीआई के साथ हमारे सौहार्दपूर्ण संबंधों के कारण था।"
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बीसीसीआई का शुक्रिया अदा किया
महामारी के दौरान SLC को भारी नुकसान हुआ था और उनकी कई नियोजित श्रृंखलाओं को रद्द या स्थगित कर दिया गया था। इसके अलावा, बोर्ड अपने खिलाड़ियों से अनुंबध को लेकर टकराव में भी था। फिर सीरीज शुरू हुई तो कोरोना की चपेट में आए क्रुणाल की वजह से सीरीज रद्द होने के कगार पर थी, लेकिन सौभाग्य से श्रीलंका के लिए दौरा योजना के अनुसार पूरा हुआ और एसएलसी सचिव ने राहुल द्रविड़ और बाकी सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
डी सिल्वा ने कहा, "यहां तक कि भारतीय उच्चायुक्त और बीसीसीआई भी चिंतित थे। इस संदर्भ में, मैं एसएलसी की ओर से भारतीय टीम के प्रबंधन, राहुल द्रविड़ और अन्य लोगों और स्थिति की निगरानी करने वाले बीसीसीआई का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। उन्होंने हमारे ऊपर विश्वास रखा और हमने कोरोना की चपेट में आए खिलाड़ी को दूसरे होटल में शिफ्ट किया और हम पूरे मैच करवाने में सफल रहे।'