नई दिल्ली। 2011 विश्व कप में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गये फाइनल मैच को लेकर हाल ही में श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगामगे ने फिक्सिंग का आरोप लगाया था जिसके बाद खेल मंत्रालय ने तत्कालीन टीम के सभी खिलाड़ियों समेत स्टाफिंग कोच पर जांच करने का फैसला किया था। विश्व कप फाइनल के फिक्सिंग से जुड़े जांच मामले को लेकर श्रीलंका क्रिकेट ने पूछताछ शुरु कर दी है। इस मामले में बुधवार को महान बल्लेबाज अरविंद डिसिल्वा और उपुल थरंगा से करीब 6 घंटे तक पूछताछ चली, जिसके बाद गुरुवार को टीम के तत्कालीन कप्तान और विकेटकीपर कुमार संगकारा से भी पूछताछ की गई।
श्रीलंका क्रिकेट ने कुमार संगकारा के साथ भी करीब 5 घंटो तक लंबी पूछताछ की, जिसके बाद श्रीलंका में बोर्ड के खिलाफ फैन्स ने विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया है। श्रीलंका पुलिस की ओर से की जा रही इस जांच पर समागी जन बावालेगया नाम के संगठन ने आपत्ति जताई है। इसके विरोध में इस संगठन के लोगों ने बोर्ड के ऑफिस के बाहर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया।
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वहीं संगकारा से हुई इस पूछताछ ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। श्रीलंका में पीएम पद के उम्मीदवार सजित प्रेमदासा ने भी खिलाड़ियों के साथ हो रही इस पूछताछ का विरोध किया। उल्लेखनीय है कि कुमार संगकारा ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार के बाद तुरंत बाद टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच पुलिस शुक्रवार को फाइनल मैच में शतक लगाने वाले महेला जयवर्धने से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि श्रीलंका क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा ने मैच फिक्सिंग के आरोपों को पहले ही नकारते हुए आगामी चुनाव में जीत हासिल करने का हथकंडा बताया है।
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आपको बता दें कि पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगामगे ने आरोप लगाया था कि 2011 विश्व कप में श्रीलंकाई टीम ने ट्रॉफी को भारत के हाथों बेच दिया था। उन्होंने दावा किया था कि टीम के साथ आखिरी समय पर छेड़छाड़ की गई और मैच में उनसे और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों की बिना सलाह लिये चार नए खिलाड़ियों को शामिल किया गया था।