श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड को नहीं है खबर
इस मामले की जांच कर रहे पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस मैच की जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस मैच के पीछे किसी सट्टेबाजी गिरोह का हाथ तो नहीं है। वहीं बीसीसीआई ने भी इस पूरे मामले पर अपनी नजर बना रखी है। वहीं श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि उसे बांदुला में इस तरह के किसी भी मैच के आयोजन या उसकी योजना की कोई जानकारी नहीं है।
बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के प्रमुख अजीत सिंह ने कहा, 'हमारी जांच प्रक्रिया जारी है। जब हम इसमें शामिल लोगों के बारे में जान जायेंगे, हम अपना डाटाबेस अपडेट कर देंगे। हम जानना चाहेंगे कि कौन इसमें शामिल थे। हालांकि केवल पुलिस ही इस पर कार्रवाई कर सकती है। बीसीसीआई एजेंसी के तौर पर यह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। '
BCCI को भी नहीं लीग की भनक
उन्होंने आगे कहा, 'अगर यह बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त लीग होती या फिर इसमें खिलाड़ियों की भागीदारी होती तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते थे। अगर यह सट्टेबाजी के उद्देश्य से किया गया है तो यह अपराध है और यह पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आता है, हम कुछ नहीं कर सकते।'
वहीं श्रीलंका क्रिकेट (SLC) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि न तो श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड और न ही इसकी मान्यता प्राप्त इकाई को ‘यूवीए प्रीमियर लीग टी20' के नाम से किसी भी टूर्नामेंट की जानकारी है। क्रिकेट श्रीलंका इस तरह के टूर्नामेंट में किसी भी तरह से शामिल नहीं है।
एंटी करप्शन डिपार्टमेंट कर रहा जांच
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के बयानानुसार, 'पता चला है कि कई भारतीय वेबसाइट में 29 जून को स्कोरबोर्ड दिखाया गया था कि यूवीए प्रीमियर लीग टी20 का मैच बादुला स्टेडियम में खेला जा रहा है लेकिन श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड यह पुष्टि करना चाहता है कि इस तरह का कोई टूर्नामेंट श्रीलंका में नहीं किया गया और न ही आयोजित किया जायेगा।'
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एशले डिसिल्वा ने भी इस मामले की जांच करने के लिये अपने देश की एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारियों को सौंप दी है।
श्रीलंका बोर्ड के बयान के मुताबिक, 'श्रीलंका क्रिकेट स्पष्ट करना चाहता है कि इस टूर्नामेंट को न तो श्रीलंका बोर्ड से या फिर इसकी मान्यता प्राप्त किसी इकाई से मंजूरी मिली, इसलिये श्रीलंका क्रिकेट इस टूर्नामेंट के संबंध में किसी तरह से जिम्मेदार नहीं है।'
श्रीलंका क्रिकेट ने कहा कि उसने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिये उचित कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।