नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच आईसीसी ने खिलाड़ियों को इस महामारी के संक्रमण से बचाने के लिये कई नियमों में बदलाव किया है, जिसमें किसी टूर्नामेंट, लीग या सीरीज से पहले खिलाड़ियों को 14 दिन के लिये क्वारंटीन होना अनिवार्य है। इस बीच श्रीलंका क्रिकेट (SLC) बोर्ड ने महामारी के बीच अपने घरेलू क्रिकेट की शुरुआत करने के लिये लंका क्रिकेट लीग का आयोजन करने का प्रस्ताव दिया था जिसे सरकार की तरफ से मंजूरी भी मिल गई थी। हालांकि आईसीसी का यह नियम श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के लिये गले की फांस बन गया और अंत में एसएलसी बोर्ड को टॉप विदेशी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के चलते इस लीग को फिलहाल टालना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में लगातार कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए विदेश से आने वाले लोगों को 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन से गुजरना है, जिसके चलते लंका प्रीमियर लीग जो कि 28 अगस्त से शुरु होने के लिये प्रस्तावित थी उसका आयोजन नामुमकिन हो जाती। इतना ही नहीं विदेशी खिलाड़ियों के लिये 14 दिनों तक आईसोलेशन में रहना बड़ा मुद्दा भी माना जा रहा था, जिसे देखते हुए श्रीलंका क्रिकेट ने फिलहाल इसे टालने का फैसला किया है।
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एसएलसी के अध्यक्ष शम्मी सिल्वा ने न्यूजवायर को बताया, 'हमने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ चर्चा की। देश में एंट्री करने वाले किसी व्यक्ति के लिए 14 दिन की पृथकवास अवधि अनिवार्य है। इसलिए अगस्त के अंत में टूर्नामेंट का आयोजन करना मुश्किल है।'
सिल्वा ने आगे बात करते हुए कहा कि आईपीएल का आयोजन भी 19 सितंबर से किया जा रहा है ऐसे में जो खिलाड़ी उस लीग में भाग लेने वाले हैं उनके लिये क्वारंटीन नियमों का पालन करने में दिक्कत आ सकती है। इसको देखते हुए हम अब इस टूर्नामेंट का आयोजन आईपीएल के बाद कराने के बारे में सोच रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'हम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद नवंबर के मध्य में इस टूर्नामेंट का आयोजन करेंगे। आईपीएल का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में होना है।'
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आपको बता दें कि एलपीएल में पांच टीमों के बीच 23 मुकाबले खेले जाने थे जिसका फाइनल 20 सितंबर को प्रस्तावित था। खबरों के अनुसार इस लीग में भाग लेने के लिये कुल 93 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने अपनी रूचि दिखाई थी।'