'मंकीगेट कांड' टेस्ट में बकनर थे अंपायर-
बकनर की अंपायरिंग का एक ऐसा ही टेस्ट था- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2008 का सिडनी टेस्ट जो क्रिकेट के बारे में कम और विवादों और खराब अंपायरिंग के बारे में अधिक था। बहुत तनाव भरे इस खेल में, एंड्रयू साइमंड्स और हरभजन सिंह का कुख्यात 'मंकीगेट कांड' हुआ था। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंचने की कगार पर आ गए थे। वहीं, पूर्व अंपायर स्टीव बकनर भी अपनी उदासीन अंपायरिंग के लिए संदेह के घेरे में आ गए।
12 साल बाद स्टीव बकनर को याद आई 2 गलतियां-
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 122 रनों से वह मैच जीता। मैच के 12 साल बाद बकनर ने स्वीकार किया कि उनकी गलतियों ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में मेजबानों को विजयी होने में मदद की। उन्होंने कहा कि एंड्रयू साइमंड्स को पहली पारी में जीवनदान दिया गया था जब ऑस्ट्रेलिया छह विकेट पर 135 रन बनाकर जूझ रहा था।
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पहली गलती- साइमंड्स को आउट नहीं दिया
साइमंड्स 30 पर बल्लेबाजी कर रहे थे जब ईशांत शर्मा ने उनके बल्ले का किनारा निकलवाया और गेंद विकेट के पीछे लपकी गई, लेकिन बकनर ने अपनी उंगली नहीं उठाई। मौका का भरपूर फायदा उठाते हुए साइमंड्स ने नाबाद 162 रन कूट दिए और कंगारू टीम ने 463 रन बनाए।
बकनर ने मिड-डे को बताते हुए कहा, "मैंने 2008 में सिडनी टेस्ट में दो गलतियां कीं। गलती तब हुई, जब भारत अच्छा कर रहा था, एक ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने शतक जमाया।"
दूसरी गलती- द्रविड़ को आउट दिया, भारत हार गया
साइमंड्स के बाद बकनर ने एक और गलती उसी मैच में की, इस दूसरी गलती को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने दूसरी पारी में राहुल द्रविड़ को गलत तरीके से आउट किया। द्रविड़ 38 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और साइमंड्स ने उन्हें आउट किया। यह फैसला तब आया जब भारत द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के बीच 61 रन की साझेदारी कर रहा था। यह निर्णय एक निर्णायक रहा क्योंकि भारत ने अपने आखिरी सात विकेट 95 रन पर गंवाए।
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बकनर ने कहा- अभी तक मेरे पीछे पड़ी हैं ये गलतियां
"पांचवे दिन की गई इस दूसरी गलती के चलते भारत को मैच गंवाना पड़ा। लेकिन फिर भी, वे पांच दिनों में दो गलतियां हैं। क्या मैं किसी टेस्ट में दो गलतियां करने वाला पहला अंपायर था? फिर भी, वो दो गलतियां आज तक मेरा पीछा नहीं छोड़ रही हैं, "उन्होंने कहा।
"आपको यह जानना होगा कि गलतियां क्यों की जाती हैं। आप फिर से वैसी ही गलतियां नहीं करना चाहते। मैं कोई बहाना नहीं दे रहा हूं लेकिन कई बार ऐसा होता है जब हवा पिच से नीचे बह रही होती है और ध्वनि हवा के साथ यात्रा करती है। टिप्पणीकार स्टंप माइक से निक सुनते हैं लेकिन अंपायर नहीं सुन पाते। ये ऐसी चीजें हैं जिन्हें दर्शक नहीं जानते, "उन्होंने कहा।