नई दिल्ली: स्टीव को बड़े मैचों का खिलाड़ी क्यों कहा जाता है इसकी बानगी उन्होंने विश्व कप 2019 सेमीफाइनल मैच में फिर से दिखाई। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 119 गेंदों पर 85 रन बनाए। वे भले ही अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके लेकिन उन्होंने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बड़े विश्व कप रिकॉर्ड की बराबरी जरूर कर ली। बता दें कि विश्व कप के नॉकआउट मैचों में यह स्मिथ का लगातार चौथा अर्धशतक था।
इस अर्धशतक ने उनको मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के करीब लाकर खड़ा कर दिया है। सचिन ने भी विश्व कप नॉक आउट स्टेज में इतने ही अर्धशतक लगाए हैं। लेकिन सचिन ने जहां इनके लिए 7 नॉकआउट मैच खेले हैं तो वहीं स्मिथ ने केवल चार मैचों में यह उपलब्धि हासिल कर ली। सचिन ने जहां इसके लिए तीन विश्व कप खेले थे तो वहीं स्मिथ ने यह दूसरा विश्व कप खेलकर ही रिकॉर्ड बना दिया।
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ये आंकड़े बताते हैं कि स्मिथ बड़े मैचों के बड़े खिलाड़ी हैं। स्मिथ की तुलना विराट कोहली से भी की जाती है। जबकि कोहली इस मामले में बहुत पीछे रह जाते हैं। द्विपक्षीय सीरीज और लीग जैसे कम दबाव के मुकाबलों में लगातार शतक और अर्धशतक जड़ने वाले विराट कोहली आईसीसी के बड़े टूर्नामेंटों के बड़े मुकाबलों में अक्सर फ्लॉप ही साबित होते हैं। ताजा मामले में भी कोहली ने जहां इस विश्व कप की लीग स्टेज में लगातार अर्धशतकों का अंबार लगा दिया तो वहीं नॉकआउट मैच आते ही वे एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
कोहली विश्व कप के 6 नॉकआउट मुकाबलों में अब तक केवल 73 ही रन बना पाए हैं और उनका औसत मात्र 12.16 का और स्ट्राइक रेट केवल 56.15 का रहा है। उन्होंने इस दौरान सर्वाच्च स्कोर केवल 35 रन बनाया था जबकि चार मौकों पर तो वे खाता भी नहीं खोल सके।