ऐसा करने वाले दूसरे क्रिकेटर
भारतीय टीम का 2014-15 का ऑस्ट्रेलियाई दौरा तीन खास बातों के लिए याद रखा जाएगा। पहला महेंद्र सिंह धोनी का सीरीज के बीच में ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना, दूसरा विराट कोहली का कप्तानी करियर चालू होना और तीसरा विराट के सबसे बड़े कॉम्पिटिटर स्टीव स्मिथ का भी अपना कप्तानी करियर इसी सीरीज से शुरू करना। स्मिथ ने माइकल क्लार्क के चोट लगने पर कप्तानी करते हुए सीरीज के चारों टेस्ट मैच में शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। चार या उससे ज्यादा टेस्ट मैच की सीरीज के हर मैच में शतक बनाने वाले दुनिया के महज दूसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज जैक्स कैलिस ही ये कारनामा कर पाए थे।
स्मिथ का विवादों से रहा नजदीकी नाता
साल 2018 का वो समय काैन भूलेगा जब क्रिकेट जगत में हर कोई स्मिथ के खिलाफ आवाज उठा रहा था। यहां तक उनपर आजीवन प्रतिबंध लगाने की भी मां उठी। ये सब तब हुआ जब पिछले साल मार्च के महीने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में स्मिथ पर बाॅल टेंपरिंग करने का आरोप लगा। हालांकि अकेले स्मिथ ही नहीं, बल्कि डेविड वाॅर्नर और कैमरून बेनक्राफ्ट भी फंसे। पर ज्यादा टारगेट हुए स्मिथ, जो कप्तान थे। आईसीसी ने तो कार्रवाई की लेकिन क्रिकेट आस्ट्रेलिया(सीए) ने वाॅर्नर के साथ-साथ स्मिथ पर भी 1 साल का बैन लगा दिया। सीए के फैसले के बाद जब प्रैस कांफ्रेस करते हुए स्मिथ दुनिया से रूबरू हुए तो उनकी आंखें लाल पड़ गईं। आंसू ऐसे निकले मानो जैसे खून। उन्होंने गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसा ना दोहराने की कसम भी खाई। हालांकि तब भी उनपर कोई रहम नहीं दिखा। सीए ने लगाया 1 साल का बैन जारी रखा। 2015 का आईसीसी विश्व कप आस्ट्रेलिया को जीताने वाला स्मिथ जैसा कप्तान टूट चुका था, क्योंकि मैदान से बनने जा रही दूरी वह भी सहन ना कर पाते। खासकर महान खिलाड़ी के लिए मैदान छोड़ा बिल्कुल भी आसान नहीं।
बैन पूरा होते ही लाैटे फाॅर्म में
जब स्मिथ पर बैन लगा तो वह फाॅर्म में थे लेकिन कईयों का कहना ऐसा भी रहा कि वो दमदार वापसी नहीं कर पाएंगे। खुद स्मिथ को भी एक समय लगा कि उन्हें तो क्रिकेट ही छोड़ देना चाहिए। स्मिथ ने बयान दिया, 'पिछले 15 महीनों में कई बार ऐसा समय आया जब मैं यह नहीं जानता था कि मैं कभी क्रिकेट खेल पाऊंगा या नहीं।' उनके इस बयान से साफ झलकता है कि स्मिथ को अपनी काबिलियत पर भी शक होने लगा था, लेकिन उन्होंने बैन खत्म होने के बाद आईपीएल के जरिए क्रिकेट में वापसी की, जहां उन्होंने धैर्य रखते हुए वही क्लास दिखाई जो पहले दिखाते थे।