नई दिल्ली। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम में मणिपुर का एक लड़का शामिल हुआ। वह टीम में जगह बनाने वाला मणिपुर का पहला क्रिकेटर भी है। रेक्स ने इसी साल मणिपुर के लिए रणजी डेब्यू भी किया। इस मैच में उन्होंने पहली पारी में पाच विकेट सहित कुल 15 विकेट हासिल किए। बीसीसीआई ने बुधवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो चार दिवसीय मैचों के लिए टीम का ऐलान किया तो उसमें रैक्स का नाम भी रहा। आखिर काैन है रैक्स, आइए जानें
पिता था बस ड्राइवर
30 अगस्त, 2000 को जन्मे रैक्स का जीवन बेहद गरीबी में गुजरा। उनके पिता ट्रक ड्राइवर थे जो दिन-रात मेहनतक कर घर चलाते थे। रैक्स के माता-पिता के अलावा एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है, जिनका भविष्य अब रैक्स पर है। 1 0 साल की उम्र में उन्होंने ताइक्वांडो की कक्षाओं में जाना शुरू किया। अपनी कक्षा के साथ में, एक बहुत बड़ी जमीन खाली थी, जहां क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता था। उन्होंने ताइक्वोंडो कक्षाओं को छोड़कर क्रिकेट खेलना शुरू किया। शुरुआत में, वह टेनिस की गेंद के साथ क्रिकेट खेलते थे लेकिन उनके माता-पिता उन्हें खेलने की अनुमति नहीं देते थे आैर पढ़ाई पर ध्यान देने पर जोर देते रहे। पर रैक्स को पता था कि उन्होंने क्या करना। घर की अनुमति ना मिलने के बावजूद रैक्स ने बड़े लड़कों के साथ खेलना शुरू किया। फिर उसके बाद वर्ष 2014-15 में अंडर -14 क्रिकेट मैच में लेदर की गेंद से गेंदबाजी करना शुरू किया।
फिर खुद चुना अपना रास्ता
रेक्स के कोच पीएस रोहेंद्रो सिंह, जो पास में एक क्रिकेट क्लब चलाते हैं, उन्होने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को बहुत बड़े लड़कों के साथ मुकाबले में देखा। उन्होंने रैक्स को अपनी ओर खींचा और फिर उन्हें स्विंग गेंदबाजी करने के गुर सिखाए। कोच की बदाैलत रैक्स आगे बढ़ते रहे और उन्होंने 4 साल बाद मणिपुर की अंडर -16 टीम में एंट्री मार ली। रेक्स ने इसी साल मणिपुर के लिए रणजी में पहली पारी में पाच विकेट सहित कुल 15 विकेट हासिल किए। डर-19 कूच विहार ट्रॉफी में अरूणांचल के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट हासिल कर सनसनी मचा दी। उन्होंने उन्होंने 9.5 ओवर के अपने स्पेल में 11 रन देकर 10 विकेट लिए। इस दौरान उन्होंने 6 ओवर मेडन भी फेंके। अरूणांचल की टीम रैक्स के तूफान से महज 36 रनों पर ढेर हो गई।
130 की रफ्तार से फेंकते हैं गेंद
वहीं माैजूदा समय में उनके कोच शिव सुंदर दास हैं, जो भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज हैं। उन्होंने कहा कि रैक्स दोनों तरीकों से स्विंग करने में दम रखता है। मैं उसकी ऊर्जा से काफी प्रभावित हुआ हूं। वह सेलेक्शन के बाद भावुक है और सुधार करना चाहता है। कोच ने बताया कि रैक्स 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता है। मुझे विश्वास है कि वह काफी आगे तक जाएगा