धोनी की जगह होता तो संन्यास ले चुका होता
वहीं शोएब अख्तर का मानना है कि अगर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान की स्थिति में वो होते तो वह कब का संन्यास ले चुके होते।
उन्होंने कहा, ‘अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं संन्यास ले चुका होता। मैं छोटे फॉर्मेट में तीन-चार साल और खेल सकता था लेकिन मैंने (विश्व कप 2011 के बाद) संन्यास ले लिया क्योंकि मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था। इसलिए फैसले के लिए इंतजार क्यों करो।'
अधर में लटक गया है धोनी का करियर
इतना ही नहीं शोएब अख्तर का मानना है कि लंबे समय से क्रिकेट न खेलने की वजह से और आईपीएल के आयोजन पर मंडरा रहे खतरे की वजह से अब धोनी का करियर अधर में लटक गया है, हालांकि इन सबके बावजूद वह शानदार विदाई के हकदार हैं।
उन्होंने कहा, ‘एक देश के तौर पर आपको उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ विदाई देनी चाहिए। उन्होंने आपके लिए विश्व कप जीता और भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया है। वह बहुत अच्छे इंसान भी हैं लेकिन अभी लगता है कि उनक करियर अधर में लटक गया हैं।'
विश्व कप के बाद ही लेना चाहिये था संन्यास
शोएब अख्तर ने कहा कि मुझे लगता है कि उन्हें तभी संन्यास ले लेना चाहिए था जब वह (न्यूजीलैंड के खिलाफ) सेमीफाइनल में टीम को जीत नहीं दिला पाए। उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकते हैं। मेरे हिसाब से उन्हें विश्व कप के बाद विदाई सीरीज में खेलना चाहिए था और शानदार तरीके से क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए था।
उन्होंने कहा, ‘इस खिलाड़ी ने अपनी पूरी क्षमता से क्रिकेट की सेवा की है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए। मैं नहीं जानता कि उन्होंने इसे इतना लंबा क्यों खींचा। उन्हें वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था।'
आईपीएल के न होने से टूट सकता है वापसी का सपना
उल्लेखनीय है कि पिछले साल जुलाई में विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड का सामना करने के बाद से धोनी ने एक भी प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है, हालांकि वह आईपीएल के 13वें सीजन के जरिये मैदान पर वापसी करने की तैयारी में जुटे थे लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते अब इस टूर्नामेंट का आयोजित हो पाना नामुमकिन नजर आ रहा है। कोच रवि शास्त्री के अनुसार अगर धोनी आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते तो अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिये चुनी जाने वाली भारतीय टीम में उनके खेलने की संभावना बन सकती थी।