नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत ने 2-1 से बढ़त बना ली है। चार मैचों की इस सीरीज के कुल तीन मैच अब तक खेले जा चुके हैं जिसमें से दो मैच भारत ने अपने नाम किए हैं और एक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की है।
सीरीज का आखिरी मैच 3 जनवरी से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में खेला जाएगा।इस सीरीज को लेकर हल्का विवाद होता नजर आ रहा है। दरअसल, सीरीज खत्म होने के बाद विजेता को ट्रॉफी देने के लिए खुद के नाम से आयोजित इस ट्रॉफी को देने के लिए सुनील गावस्कर वहां मौजूद नहीं होंगे।
क्या है विवाद :
सुनील गावस्कर ने सीरीज के पहले उन्हें आमंत्रित ना करने की बात कहते हुए कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने उन्हें प्रेजेंटेशन सेरेमनी के लिए आधिकारिक निमंत्रण नहीं दिया है। अगर सीरीज शुरू होने से पहले निमंत्रण आया होता तो मैं विचार करता। क्योंकि मैं बॉर्डकास्टर्स को सूचित कर सकता था ताकि वे वैकल्पिक व्यवस्था कर लेते।
गौरतलब है कि पहले भी सीए ने एक बार गावस्कर को ट्रॉफी सेरेमनी के लिए नहीं बुलाया था।
क्यों पड़ा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी इसका नाम:
बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी का नाम दरअसल टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर और ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी एलन बॉर्डर के नाम पर रखा गया है। यह दोनों खिलाड़ी अपने-अपने देश से पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने 20वीं सेंचुरी में टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रनों का आंकड़ा छुआ था।
पहली बार ये ट्रॉफी 1996-97 में खेली गई इस टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर टीम के कप्तान थे और दिल्ली में उन्होंने भात को सात विकेट से जीत दिलाई थी।अबतक कुल 13 बार इस ट्रॉफी का आयोजन हो चुका है और भारतीय टीम ने सात बार ये ट्रॉफी अपने नाम की है जबकि ऑस्ट्रेलिया को पांच बार जीत मिली है।