49 साल से अछूता है गावस्कर का यह रिकॉर्ड
सुनील गावस्कर को घरेल क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन करने की बदौलत वेस्टइंडीज दौरे पर बतौर सलामी बल्लेबाज टीम में शामिल किया हया। किंग्सटन के पहले मैच में जगह नहीं मिलने के बाद उन्हें पोर्ट ऑफ स्पेन में डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने बता दिया कि वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य का चमकता सूरज होने वाले हैं।
अपने पहले ही टेस्ट मैच में सुनील गावस्कर ने 65 और नाबाद 67 रनों की पारियां खेली और 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की 8 पारियों में उन्होंने दमदार प्रदर्शन करते हुए 774 रन बनाये। इसके साथ ही सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के जॉर्ज हेडली के 51 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा और डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गये।
गावस्कर को आउट नहीं कर सका वेस्टइंडीज
जॉर्ज हेडली ने इंग्लैंड के खिलाफ 1930 में कैरिबियाई सरजमीं पर खेलते हुए 8 पारियों में 703 रन बनाये थे जिसे सुनील गावस्कर ने तोड़ा। सुनील गावस्कर ने 96.75 की औसत से इस सीरीज में रन बनाये। इस टेस्ट सीरीज की एक पारी को छोड़कर गावस्कर ने बाकी की 7 पारियों में 50 से ज्यादा रन बनाये। इस सीरीज में सुनील गावस्कर ने 4 शतक और 3 अर्धशतक लगाने का कारनामा किया। गावस्कर ने सीरीज के आखिरी मैच में तो रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी थी, जिसे देखकर त्रिनिदाद के लॉर्ड रिलेटर यानि विलॉर्ड हैरिस ने कैलिप्सो में लिखा कि गावस्कर को वेस्टइंडीज आउट नहीं कर सकता था।
ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बनें थे गावस्कर
पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गये आखिरी टेस्ट मैच में सुनील गावस्कर ने पूर्व खिलाड़ी विजय हजारे के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। इस मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और गावस्कर के 124 रनों के दम पर भारत ने 360 रन बनाये। जवाब में विंडीज की टीम ने 526 रन बनाये। दबाव में उतरी भारतीय टीन के लिये गावस्कर ने जिम्मेदारी संभाली और 220 रन बनाते हुए पहला दोहरा शतक लगा दिया। वह किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बनें। गावस्कर से पहले पूर्व दिग्गज विजय हजारे (1947-48) ने दोनों पारियों में शतक लगाने का कारनामा किया था जबकि डग वाल्टर्स के बाद एक टेस्ट मैच में शतक और दोहरा शतक जड़ने वाले वह दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बन गये थे।
आज भी अटूट खड़ा है गावस्कर का रिकॉर्ड
आखिरी मैच में 344 रन बनाने के साथ ही सुनील गावस्कर ने अपने डेब्यू सीरीज में रनों की संख्या को 774 पर पहुंचा दिया और तब से लेकर आज तक कोई भी खिलाड़ी इस खिलाड़ी के रिकॉर्ड के करीब भी नहीं पहुंच सका है। हालांकि एक सीरीज के दौरान सबसे ज्यादा रन बनाने की लिस्ट में सर विव रिचर्डस ने इंग्लैंड के खिलाफ 1976 में 829 रन बनाकर तोड़ दिया था।
वहीं मार्क टेलर ने इंग्लैंड के खिलाफ 1989 में 839 रन और ब्रायन लारा ने भी इंग्लैंड के खिलाफ 1993-94 में 798 रन बनाकर एक सीरीज में ज्यादा रन बनाने के मामले में सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ दिया था। वहीं पिछले साल एशेज सीरीज के दौरान स्टीव स्मिथ ने भी गावस्कर के 774 रनों की बराबर की लेकिन डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड आज भी अछूता है।
ब्रैडमैन के नाम है सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड
सुनील गावस्कर की पोर्ट ऑफ स्पेन में खेली गई शानदार पारियों ने भारत को जीत की राह पर ला दिया था। कहते हैं कि तब वाडेकर ने गैरी सोबर्स को गावस्कर से हाथ नहीं मिलाने दिया था, क्योंकि उन्हें डर था कि वेस्टइंडीज का यह दिग्गज इससे बड़ी पारी खेलने में सफल रहेगा और वेस्टइंडीज 262 रन का लक्ष्य हासिल कर लेगा। सोबर्स दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल पाए और वेस्टइंडीज आठ विकेट पर 165 रन बनाकर बमुश्किल मैच ड्रॉ करा पाया था।
आपको बता दें कि एक सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सर डान ब्रैडमैन के नाम पर है, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1930 में 974 रन बनाए थे।