नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जिस तरह से टीम के स्टार के रूप में शुभमन गिल सामने आए थे उसके बाद वह हर तरफ चर्चा का केंद्र बन गए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 91 और 50 रनों की पारी खेलने के बाद उन्होंने दिखाया था कि आखिर वो इतने खास बल्लेबाज क्यों हैं। अपनी तकनीक की वजह से गिल एक बेहतर बल्लेबाज के तौर पर नजर आते हैं लेकिन वह अपने स्कोर को बड़ा नहीं कर पा रहे हैं जोकि गिल की बड़ी समस्या है। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गिल सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके और आईपीएल के इस सीजन में एक भी अर्धशतक उनके नाम नहीं है। बावजूद इसके गिल को भारतीय टीम में न्यूजीलैंड के दौरे के लिए जगह दी गई है। लेकिन बावजूद इसके कि गिल की बल्लेबाजी तकनीक इतनी अच्छी है, लेकिन वह अच्छा नहीं कर पा रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इसकी बड़ी वजह गिल पर ऊपर उम्मीदों और अपेक्षाओं का भारी बोझ बताया है।
सुनील गावस्कर ने कहा कि मुझे लगता है कि शुबमन गिल अचानक से लोगों की उम्मीदों का बोझ महसूस करने लगे हैं। पहले ऐसा नहीं था। वह सिर्फ एक युवा और जुझारू बल्लेबाज थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन करने के बाद लोगों को उम्मीद है कि वह बड़ा स्कोर करेंगे, लिहाजा संभव है कि इसी दबाव की वजह से वह अच्छा नहीं कर पा रहे हैं। गावस्कर ने कहा गिल को ज्यादा सोचना नहीं चाहिए, आराम से रहना चाहिए, वह अभी सिर्फ 21 साल के हैं, उनके जीवन में विफलताएं आएंगी और उन्हें इससे सीखना होगा। उन्हें खुलकर आजादी के साथ खेलना चाहिए, अपेक्षाओं की चिंता नहीं करनी चाहिए। अगर वह अपना प्राकृतिक खेल दिखाते हैं तो रन अपने आप आएंगे। गेंद को एक्रॉस खेलना और हर गेंद पर शॉट खेलने की कोशिश करना एक बड़ी वजह है कि गिल अपेक्षाओं का दबाव अपने ऊपर महसूस कर रहे हैं।
गौर करने वाली बात है कि आईपीएल के इस सीजन में शुबमन गिल ने 7 मैच खेले हैं। इस दौरान उनका स्कोर 0, 15, 33, 21, 0, 11, 9, 43 रहा है। कुल मिलाकर 7 मैच में गिल ने सिर्फ 132 रन बनाए हैं। वहीं पिछले आईपीएल की बात करें तो यूएई में गिल ने कुल 14 मैचों में 440 रन बनाए थे। ऐसे में गावस्कर का मानना है कि गिल बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी करना चाहिए और अपना प्राकृतिक खेल दिखाना चाहिए, अपने खेल का लुत्फ लेना चाहिए। उनकी उम्र अभी बहुत कम है और अभी वो बच्चे हैं।