नई दिल्लीः भारत के महानतम धावकों में शामिल और खेल दिग्गजों में से एक, मिल्खा सिंह ने शुक्रवार को 91 वर्ष की आयु में चंडीगढ़ में अंतिम सांस ली, वे लंबे समय से कोविड -19 संबंधी जटिलताओं से जूझ रहे थे। अपनी सफलता की कहानी से लाखों लोगों के जीवन को छुने वाले मिल्खा ने महान क्रिकेट खिलाड़ी सुनील गावस्कर पर भी गहरा प्रभाव डाला था।
गावस्कर ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निधन भारतीय खेल के इतिहास में एक बहुत ही दुखद दिन है। गावस्कर ने कहा कि फ्लाइंग सिख हमेशा उनका हौसला बढ़ाते थे और जब भी वे अपने करियर के दौरान मिल्खा सिंह से मिले उन्होंने हमेशा सपोर्ट किया।
इंडिया टुडे के मुताबिक उन्होंने कहा, "यह वास्तव में दुखद खबर है, बहुत दुखद खबर है। भारत के सबसे महान खेल दिग्गजों में से एक और वह नहीं रहे। मुझे पता है कि वह 90 की उम्र में थे, लेकिन उनकी फिटनेस के साथ, मुझे लगा कि वह एक शतक पूरा करने जा रहे हैं। मैं वास्तव में में उनको उम्र का शतक लगाने की ओर देख रहा था।"
PM नरेंद्र मोदी से लेकर खेल जगत की हस्तियों ने मिल्खा सिंह के निधन पर जताया शोक
मिल्खा सिंह को 19 मई को कोविड -19 होने के बाद चंडीगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी स्थिति में सुधार हो रहा था और उन्हें 30 मई को छुट्टी दे दी गई थी। हालांकि, उन्हें 3 जून को फिर से भर्ती कराया गया, जिसके बाद उनकी स्थिति स्थिर हो गई। लेकिन गुरुवार को, उन्हें बुखार हो गया और अगले दिन ऑक्सीजन लेवल कम हो गया। मिल्खा सिंह का निधन, उनकी पत्नी और भारत की पूर्व वॉलीबॉल कप्तान, निर्मल कौर की कोविड -19 से मृत्यु के 5 दिन बाद हुआ।
गावस्कर ने कहा कि मिल्खा सिंह ने शायद अपनी पत्नी के पास जाने का फैसला किया। यह बहुत दुखद दिन है।
वे आगे बताते हैं, "उन्होंने शायद ही कभी अपनी उपलब्धियों के बारे में बात की, उन्होंने आपकी उपलब्धियों के बारे में बात की। यह भारतीय खेल के लिए बहुत दुखद दिन है। और जीव (मिल्खा के बेटे) और परिवार के प्रति मेरी संवेदना। मिल्खा जी की आत्मा को शांति मिले।"