नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम की एक और शर्मनाक हार के बाद विराट कोहली एंड कंपनी की रणनीतियों पर सवाल उठने शुरू हो चुके हैं। पाकिस्तान ने जिस तरीके से भारत को मात दी थी उसके बाद ही लगने लगा था कि टीम इंडिया की तैयारियों में कुछ ना कुछ गड़बड़ है लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद यह तय हो चुका है कि टीम इंडिया बाकी टीमों के मुकाबले बहुत ही कमजोर T20 क्रिकेट खेल रही है। अब भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और ऑलराउंडर मदन लाल ने टीम की सोच पर भी सवाल उठाया है।
इन दोनों दिग्गजों का कहना है कि रोहित शर्मा को नंबर 3 पर उतारने का कोई तुक नहीं है था जबकि विराट कोहली भी नंबर चार पर आए। यह सब कवायद इसलिए की गई ताकि केएल राहुल के साथ ईशान किशन ओपनिंग बल्लेबाजी कर सकें। भारतीय बल्लेबाज पहले बैटिंग के दौरान 7 विकेट पर 110 रन बनाकर ही सिमट गए जबकि न्यूजीलैंड की टीम ने 15 से भी कम ओवर में इस लक्ष्य को हासिल कर लिया।
मदनलाल ने स्पोर्ट्स तक पर बात करते हुए कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय टीम इन दोनों मैचों में काफी उतावली दिखाई दी। अगर आप रन नहीं बना सकते तो फिर मैच भी नहीं जीत पाएंगे। 111 रनों का टारगेट तभी बच सकता है जब चमत्कार हो जाए। भारत दोनों ही मैचों में बुरी तरह से पिछड़ा है। इस फॉर्मेट में अगर आप जल्दी से नहीं संभलते हैं तो बाद में दिक्कत होती है।"
मम्मी ने सुन लिया तो दिक्कत हो जाएगी- जर्नलिस्ट के सवाल का ईश सोढ़ी नहीं दे पाए हिंदी में जवाब
इसके अलावा सुनील गावस्कर कहते हैं कि ईशान किशन जैसे युवा खिलाड़ी के ऊपर ओपनिंग करने की जिम्मेदारी नहीं देनी चाहिए थी। ईशान किशन यहां पर बैटिंग करने के लिए आए और 8 गेंदों पर 4 रन बनाकर ट्रेंट बोल्ट का शिकार बन गए। सुनील गावस्कर आगे कहते हैं, रोहित शर्मा इतने महान बल्लेबाज हैं और उनको भी नंबर तीन पर भेज दिया गया जबकि विराट कोहली खुद नंबर चार पर आ गए। इशान किशन जैसे युवा खिलाड़ी के ऊपर ओपनिंग की जिम्मेदारी दे दी गई।
गावस्कर यह भी कहते हैं कि ईशान किशन हिट और मिस किस्म के प्लेयर हैं और ऐसे बल्लेबाज को नंबर चार-पांच पर आना चाहिए। उसके बाद वे परिस्थितियों के हिसाब से गेम को समझ सकते हैं। गावस्कर यह भी कहते हैं कि किशन अगर 70 रनों की पारी खेल लेते तो हम उनकी तारीफ करते लेकिन जब आपका गेम प्लान काम नहीं करता है तो फिर आपको आलोचना का भी शिकार होना पड़ेगा।
गावस्कर के मुताबिक रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज को नंबर 3 पर भेजने का मतलब यह भी था कि कहीं ना कहीं आप यह जता रहे थे कि रोहित शर्मा के ऊपर आपको वह भरोसा नहीं है कि वह ट्रेंट बोल्ट जैसे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का सामना करने में सक्षम होंगे।
दूसरी ओर, मदन लाल मानते हैं कि यह फैसले विराट कोहली ने अकेले नहीं लिया होंगे क्योंकि टीम के ड्रेसिंग रूम में महेंद्र सिंह धोनी और रवि शास्त्री जैसे सीनियरों की मौजूदगी है। लेकिन यह सब चीजें काफी गलत है क्योंकि रोहित शर्मा लंबे समय से खेल रहे हैं और ऊपरी क्रम पर आकर अच्छा परफॉर्म दे रहे हैं लेकिन भारत ने अचानक ही अपने बैटिंग ऑर्डर में बदलाव कर दिए।