मध्यक्रम की धीमी बल्लेबाजी, भारत के लिये बनेगी परेशानी
पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये पहले मैच में भारतीय टीम ने अपने टॉप 3 बल्लेबाजों का विकेट जल्दी खो दिया था जिसकी वजह से विराट सेना पावरप्ले में ज्यादा रन नहीं बना सकी। इसके चलते भारतीय टीम बीच के ओवर्स में खुलकर रन नहीं बना सकी और इस दौरान भारतीय टीम का स्ट्राइक रोटेट करने की गति भी काफी धीमी रही। ऋषभ पंत ने अच्छी बल्लेबाजी और पाकिस्तान की क्वालिटी गेंदबाजी के सामने अच्छे शॉट लगाये लेकिन दूसरे छोर पर कप्तान कोहली के होने के बावजूद स्ट्राइक रोटेट करते नजर नहीं आये। आईपीएल 2021 के दूसरे लेग के दौरान टीमों के लिये बीच के ओवर्स में स्ट्राइक रोटेशन जीत की अहम वजह रही थी, ऐसे में भारतीय टीम के खिलाड़ियों को बीच के ओवर्स में ज्यादा तेजी से स्ट्राइक रोटेट करने की जरूरत है। इतना ही नहीं बीच के ओवर्स में भारतीय बल्लेबाजों की ओर से थोड़ी विस्फोटक बल्लेबाजी भी फायदेमंंद साबित हो सकती है, अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम को जीत हासिल करनी है तो उसे ईशान किशन जैसे बल्लेबाज की दरकार होगी जो 7-15 ओवर्स के बीच विस्फोटक पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा सके।
क्या बल्लेबाज के रूप में फिट हैं हार्दिक पांड्या
भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या पीठ की सर्जरी के बाद से गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं, जिसके बाद टी20 विश्वकप में उन्हें सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया गया है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भी उनका चयन इसी आधार पर हुआ, हालांकि हार्दिक को बल्लेबाज के तौर पर खिलाने से भारतीय टीम के संयोजन को काफी परेशानी हो रही है। विराट कोहली सिर्फ 5 गेंदबाजों के साथ ही उतर रहे हैं, और मुश्किल परिस्थितियों में वो बेबस नजर आते हैं। मैच शुरू होने से पहले हार्दिक ने बात करते हुए साफ किया था कि वह सुपर 12 में बतौर बल्लेबाज के तौर पर ही खेलते नजर आयेंगे, हालांकि नॉकआउट स्टेज में वो गेंदबाजी करते हुए भी नजर आ सकते हैं, लेकिन मैच के दौरान वह कंधे में चोट से जूझते हुए नजर आ रहे थे, जिसके चलते वो मैदान पर नजर नहीं आये। ऐसे में सवाल यह है कि क्या हार्दिक पांड्या बतौर बल्लेबाज भी खेलने के लिये पूरी तरह से फिट हैं और अगर नहीं है तो क्या टीम को उनकी जगह किसी और को मौका नहीं देना चाहिये।
भुवनेश्वर की फॉर्म और शमी का संघर्ष कर रहा परेशान
भारतीय टीम के लिये अगला मुश्किल सवाल है तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन, जिसमें भुवनेश्वर कुमार की खराब गेंदबाजी और मोहम्मद शमी की खोयी हुई लय परेशानी का सबब बनी हुई है। कोहली ने विश्वकप के पहले मैच में भुवनेश्वर कुमार पर भरोसा दिखाया, जिसके चलते उन्होंने नई बॉल और बीच के ओवर्स में गेंदबाजी की। हालांकि उनका प्रदर्शन काफी साधारण रहा और उनके साथी गेंदबाज मोहम्मद शमी भी कुछ खास नहीं कर सके। आईपीएल 2021 में पंजाब किंग्स के लिये शानदार प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद शमी को नई गेंद से विकेट चटकाने की कला के चलते टीम में शामिल किया गया, लेकिन वो पाकिस्तानी बल्लेबाजों के सामने पूरी तरह से बेअसर नजर आये।
न्यूजीलैंड के खिलाफ वापसी करने के लिये इन दोनों गेंदबाजों का वापसी करना जरूरी है, पाकिस्तान के खिलाफ यह गेंदबाज न तो हार्ड लेंथ फेंक रहे थे और न ही परफेक्ट यॉर्कर फेंक पा रहे थे। ऐसे में टीम मैनेजमेंट प्लेइंग 11 में बदलाव कर सकती है लेकिन अगर नहीं करती है तो इन गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने की दरकार है, वरना भारत के लिये विश्वकप में वापसी करना मुश्किल हो जायेगा।