नई दिल्लीः जब से आईसीसी ने इस बात की घोषणा की है की T20 वर्ल्ड कप 2021 की मेजबानी भारत करने वाला है तब से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुखिया ने इस बात की चिंता जताई है कि भारत सरकार से वीजा मिलने में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को कोई दिक्कत तो नहीं आएगी। पीसीबी को यह डर है कि पड़ोसी सरकार शायद उनकी टीम के खिलाड़ियों और पत्रकारों को वीजा देने से इंकार कर सकती है क्योंकि दोनों देशों के बीच में राजनीतिक तनाव है।
इस वजह से वे लोग लगातार आईसीसी से डिमांड कर रहे थे की वर्ल्ड कप भारत की जगह संयुक्त अरब अमीरात में शिफ्ट कर दिया जाए। इससे पहले पाकिस्तान ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से लिखित में आश्वासन हासिल करने की डिमांड भी की थी। आपको बता दें पाकिस्तान भारत में अंतिम बार आईसीसी 2016 वर्ल्ड कप के दौरान खेला था जबकि भारतीय टीम तो पाकिस्तान में एक दशक से भी अधिक समय से नहीं खेल रही है।
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अब पाकिस्तान बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी ने शुक्रवार को कहा है कि बिग थ्री के माइंडसेट में बदलाव करने की जरूरत है। यहां पर बिग थ्री का मतलब भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से बता रहे हैं। इसके अलावा वे कहते हैं कि हम केवल पाकिस्तान टीम के लिए वीजा नहीं मांग रहे बल्कि फैंस के लिए, अधिकारियों के लिए और जर्नलिस्ट के लिए भी मांग रहे हैं। हमने आईसीसी को बोल दिया है कि भारत को इस बारे में लिखित तौर पर आश्वासन मार्च के अंत तक देना चाहिए ताकि हम को पता चले की स्थिति क्या है और उसके हिसाब से फिर हम विश्वकप को भारत की बजाय संयुक्त अरब अमीरात में करने की मांग करेंगे।
बताया जा रहा है कि इसके जवाब में बीसीसीआई ने आईसीसी को स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान टीम को भारत की यात्रा करने में किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे भारत सरकार से वीजा प्राप्त कर लेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी इस तरह की बात बताई गई है कि बीसीसीआई ने क्रिकेट की सर्वोच्च गवर्निंग बॉडी को आश्वासन दिया है और यह मीटिंग 1 अप्रैल को हुई थी।