नई दिल्लीः न्यूजीलैंड की टीम शानदार प्रदर्शन करके विश्व कप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रलिया के खिलाफ खेलने के लिए रेडी है। कीवियों ने अपने अभियान की शुरुआत में ही पाकिस्तान के खिलाफ पहला मुकाबला हारा था लेकिन उनको दूसरे मैच में भारत के खिलाफ वापसी करने का मौका मिला। इस मैच से ग्रुप बी का भाग्य लगभग तय हो गया था और भारत की विदाई भी लगभग पक्की हो चुकी थी।
न्यूजीलैंड के फाइनल पर पहुंचने के सफर पर रोशनी डालें तो यह इस प्रकार रहा-
मैच 1- पाकिस्तान से हार मिली
पहले ही मैच में न्यूजीलैंड को पाकिस्तान ने 5 विकेट से हरा दिया लेकिन यह कोई एकतरफा जीत थी क्योंकि कीवियों ने पाक को कड़ी टक्कर दी।
मैच 2- भारत को हराया
न्यूजीलैंड ने दूसरे मैच में शानदार वापसी करते हुए भारत को हरा दिया। यह एकतरफा जीत थी और यहां से कीवी टीम ने प्रतियोगिता के लिए अपने आगे का रास्ता भी तय कर दिया क्योंकि अब बाकी तीन मैच कमजोर टीमों के खेलने थे। टीम इंडिया इस मैच में केवल 110 रन ही बना सकी थी जिसके न्यूजीलैंड ने साढ़े पांच ओवर बाकी रहते ही हासिल कर लिया।
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मैच 3- स्कॉटलैंड को हराया
अब न्यूजीलैंड के लिए मामला हलवा बन चुका था। उन्होंने स्कॉटलैंड को हराया लेकिन मैच एकतरफा नहीं रहा क्योंकि स्कॉटलैंड ने 172 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए केवल 16 रनों की हार ही पाई थी।
मैच 4- नामिबिया को मात दी
ये मैच पूरी तरह एकतरफा रहा। न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए धीमी शुरुआत की लेकिन बाद में जेम्स नीशम और ग्लेन फिलिप की पारियों के दम पर 163 रनों का स्कोर बोर्ड पर टांग दिया। दोनों के बीच 36 गेंदों पर 76 रनों की साझेदारी हुई। नामिबिया केवल 111 रन ही बना सका।
मैच 5- अफगानिस्तान को मात दी
भारतीय फैंस ने इस मैच को लेकर जरूरत से ज्चादा शोर मचा दिया और अफगानिस्तान को अपनी आंखों का तारा बना लिया। लेकिन अफगानिस्तान यह चमत्कार नहीं कर सकता था क्योंकि इस मैच में भी कीवी बहुत ही शानदार थे। उन्होंने अफगान टीम को 124 रनों पर ढेर कर दिया और फिर आसानी से 8 विकेट से जीत दर्ज करके भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया। अगर न्यूजीलैंड यह मैच हार जाता तो भारत के पास नामिबिया के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका था।
सेमीफाइनल- इंग्लैंड को हराया
यह मैच खास था क्योंकि इस जीत ने कीवियों को अब खिताब का दावेदार बना दिया है। यहां उनका सामना खतरनाक इंग्लैंड से हुआ जो अपने ग्रुप में टॉप करते हुए यहां तक आई थी। इंग्लैंड ने मोइन अली के पचासे के दम पर 166 रनों का शानदार स्कोर बनाया लेकिन न्यूजीलैंड ने शुरुआती सुस्ती के बाद डेरिल मिशेल और जेम्स नीशम की आतिशी के दम पर 1 ओवर शेष रहते हुए टारगेट हासिल कर लिया।
इस जीत ने 2019 में हुए फाइनल मुकाबले का भी बदला ले लिया जिसको अंग्रेजों ने बाउंड्री काउंट नियम के आधार पर जीत लिया था।
हम पाते हैं कि ट्रेंट बोल्ट, ईश सोढ़ी, डेरिल मिशेल और अब जेम्स नीशम रंग में आ चुके हैं। यह लोग अक्सर विपक्षी और न्यूजीलैंड के बीच जीत-हार का फर्क भी रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी कीवी ही जीत के दावेदार हैं और सब चाहते हैं कि न्यूजीलैंड के खाते में भी वर्ल्ड कप ट्रॉफी आए क्योंकि इस टीम ने पिछले कुछ सालों में आईसीसी प्रतियोगिताओं में कमाल का प्रदर्शन करके गजब की निरंतरता दिखाई है।