नई दिल्ली। यूएई में खेले जा रहे टी20 विश्वकप 2021 में भारत को अपना अगला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है जो कि एक वर्चुअल नॉकआउट होने वाला है। अगर भारतीय टीम इस मैच में जीत हासिल करती है तो उसका सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय हो जायेगा, हालांकि अगर उसे हार मिलती है तो विराट सेना को दूसरी टीम के नतीजों पर निर्भर होना पड़ेगा। भारतीय टीम ने अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था, जहां पर उसे 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद से ही टीम इंडिया की रणनीति और प्लेइंग 11 में बदलाव को लेकर खेल जगत के दिग्गज क्रिकेटर अपने-अपने सुझाव देते नजर आ रहे हैं।
इस फेहरिस्त में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर भी शामिल हो गये हैं, जिनका मानना है कि विराट सेना को अपने बचे हुए मैचों में जीत हासिल करने के लिये सिर्फ स्पिनर नहीं बल्कि विकेट चटकाने वाले स्पिनर्स की दरकार है। टी20 विश्वकप के लिये भारतीय चयनकर्ताओं ने 4 स्पिन गेंदबाजों को जगह दी है, जिसमें से 2 गेंदबाज (रविंद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती) को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में जगह मिली थी।
हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम के स्पिनर्स प्रभावी साबित नहीं हुए और 8 ओवर्स में बिना कोई विकेट हासिल किये 61 रन खर्च कर दिये। भारतीय टीम में रविंद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती के अलावा राहुल चाहर एवं रविचंद्रन अश्विन को भी जगह दी गई है। जहां पर रविचंद्रन अश्विन को वाशिंगटन सुंदर के चोटिल होने के बाद मौका दिया गया है तो वहीं पर युजवेंद्र चहल की जगह राहुल चाहर को मौका दिया गया है। मांजरेकर का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भारतीय टीम को उन स्पिनर्स की दरकार है जो विकेट चटका सकें न कि रनों के बहाव को ही रोकते नजर आये।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मांजरेकर ने कहा,'भारतीय टीम को विकेट चटकाने वाले स्पिनर्स की दरकार है। कोई भी स्पिन गेंदबाज जो कि इकॉनमी के बजाय विकेट लेने की ओर देखे वो मेरा गेंदबाज है।' उल्लेखनीय है कि भारत-न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में विशेषज्ञ टीम में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं, पर विराट कोहली को देखते हुए ऐसा होने के चांसेस कम ही नजर आ रहे हैं।
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गौरतलब है कि संजय मांजरेकर का यह बयान युजवेंद्र चहल को टीम में जगह न देने से जोड़ा जा रहा है, जो कि अपनी गेंदबाजी पर बाउंड्रीज लगने के बावजूद विकेट लेने की ओर जाते नजर आते हैं। विश्वकप में अपने कैंपेन के आगाज से पहले कप्तान विराट कोहली ने रविचंद्रन अश्विन की गेंदबाजी की तारीफ की थी और बताया था कि किस वजह से चहल के बजाय राहुल चाहर को मौका दिया गया है।
कोहली ने कहा था कि हमारा मानना है कि जैसे-जैसे यह टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे विकेट यहां पर धीमी होती नजर आयेंगी, तो ऐसे में जो स्पिन गेंदबाज तेजी के साथ बॉल फेंकेगा वो मुश्किलें खड़ी कर सकता है। राहुल चाहर के पास उसी तरह की काबिलियत है, जो कि विकेटों पर अटैक करता है और यही चीज उनके पक्ष में गई है। विश्वकप के लिये टीम का चयन करना हमेशा से मुश्किल होता है और आप हर किसी को टीम में शामिल नहीं कर सकते हैं।