नई दिल्लीः पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ शानदार पारी खेलने के लिए भारतीय कप्तान विराट कोहली की सराहना की। आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप सुपर 12 मुकाबले में दबाव में चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ आई पारी से गावस्कर काफी खुश हैं। हालांकि मैच नतीजे पर नजर डालें तो यह पारी काफी धीमी दिखाई देती है क्योंकि कोहली अंत तक स्ट्राइट तेज करने के लिए संघर्ष करते रहे। पाकिस्तान ने ऐसे बैटिंग की जैसे की रन बनाना हलवा हो।
कोहली की पारी की खासियत ही यह है कि जब आप रियल टाइम में उसको देखते हो तो वाह-वाही करते हो लेकिन जैसे ही मैच के नतीजे पर नजर जाती है तब कोहली की वह पारी धीमी और पाकिस्तानी गेंदबाजी के प्रभुत्व की कहानी कहती है। 49 गेंद खेलकर केवल 57 रन बनाना किसी भी पैमाने पर तेज टी20 पारी नहीं है और वह भी तब जब आप पहले बैटिंग कर रहे हों।
हालांकि रियल टाइम की बात करें तो कोहली ने अपने पसंदीदा विरोधियों में से एक के खिलाफ एक और उच्च गुणवत्ता वाली पारी खेली क्योंकि शाहीन अफरीदी ने पावरप्ले में रोहित शर्मा और केएल राहुल के बड़े विकेट सस्ते में प्राप्त करके दबाव डाला।
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कोहली ने छह और 5 चौके लगाए और दुबई में भारत को कुल 151 का स्कोर करने में मदद की। भले ही उनके चारों ओर विकेट गिरे, लेकिन कोहली ने अपनी पारी को आगे बढ़ाया, । भारत केकप्तान 19वें ओवर में शाहीन अफरीदी की धीमी गेंद की बाउंसर पर फंस गए और भारत की वे उम्मीदें भी टूट गई की कप्तान इतनी गेंदों को बर्बाद करने की भरपाई अंतिम ओवर में कर देंगे।
कोहली की पारी पर गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स शो पर कहा है, "यह एक शानदार पारी थी क्योंकि भारत ने पावरप्ले में ही अपने सलामी बल्लेबाजों को खो दिया था, इसलिए कोहली के कंधों पर जिम्मेदारी थी क्योंकि उन्हें अब उस पारी को गति देनी थी। उन्होंने पहले भारत की पारी को संभाला और फिर भारत को भी कुल स्कोर तक पहुंचाना भी था। वे बचाव की उम्मीद कर सकते थे। इसलिए, जिस तरह से उन्होंने अपनी पारी को गति दी, जो शॉटस चुने, वह छक्का जो उन्होंने शाहीन अफरीदी पर लगाया, वह बिल्कुल अद्भुत प्रतिभा का उदाहरण है।"
"जिस तरह से शाहीन अफरीदी गेंदबाजी कर रहे थे, वह इसे काफी अच्छी तरह से कर रहे थे, वह गेंद को दाहिने हाथ में घुमा रहे थे और वह गेंद को पिच करने के बाद वापस कर रहे थे, उनको यूएई में हवा में इतनी मूवमेंट नहीं मिल रही थी। इसलिए कोहली के लिए यह महत्वपूर्ण था कि वह कोशिश करें और बाहर निकलें ताकि वह शाहीन अफरीदी को मिलने वाली स्विंग को नकार सकें और इस तरह वह शाहीन अफरीदी पर रन बना सके।"