नई दिल्लीः ड्वेन ब्रावो ने पुष्टि की है कि वह वेस्टइंडीज के टी20 विश्व कप अभियान के समापन के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। वेस्टइंडीज ने पांच साल पहले टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था और ब्रावो 2019 में अपने संन्यास से बाहर आए थे। वे तब लीग क्रिकेट में ही टी20 खेलते थे। ब्रावो का विंडीज के लिए एक और विश्व कप जीतने का सपना भी टूट गया है क्योंकि कैरेबियाई टीम सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो चुकी है।
ऑलराउंडर ब्रावो सभी सात टी 20 विश्व कप में दिखाई दिए हैं और 2012 और 2016 में वेस्टइंडीज को ट्रॉफी उठाने में मदद की है। उनके पास अपने देश के लिए 90 टी 20 इंटरनेशनल खेलने का अनुभव रहा जबकि इस फॉर्मेट में उन्होंने 500 से भी ज्यादा बार अपनी उपस्थिति दर्ज की है।
ब्रावो ने संन्यास पर बात करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि समय आ गया है। मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है। 18 साल तक वेस्टइंडीज के लिए खेलते समय मैंने कुछ उतार-चढ़ाव भी देखे, लेकिन जब मैं इसे देखता हूं तो मैं कैरेबियाई लोगों का इतने लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत आभारी हूं।
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ब्रावो ने कहा कि तीन आईसीसी ट्रॉफियां जीतने के बाद उनको इस बात का गर्व है कि उनको पास शानदार खिलाड़ियों का एक ऐसा दौर रहा जिन्होंने अपने लिए नाम बनाया।
वेस्टइंडीज शनिवार को अबू धाबी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतिम ग्रुप 1 मैच खेलेगा, जिसमें ब्रावो ने स्वीकार किया कि विश्व कप उस तरह का नहीं गया जैसा वे चाहते थे।
उन्होंने कहा, "मेरे पास जो भी अनुभव और जानकारी है, उसे युवा खिलाड़ियों को देने की कोशिश करना चाहता हूं। मुझे लगता है कि सफेद गेंद के प्रारूप में वेस्टइंडीज क्रिकेट का भविष्य चमकदार है और हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते रहें और उन्हें प्रोत्साहित करते रहें।
वेस्टइंडीज ने टी20 विश्व कप के मौजूदा सुपर 12 चरण में अपने चार में से तीन मैच गंवाए हैं, और सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकता। हालांकि कप्तान कीरोन पोलार्ड ने कहा कि श्रीलंका से हार के बाद उनकी संन्यास लेने की कोई योजना नहीं है।