नई दिल्ली। यूएई में खेले जा रहे टी20 विश्वकप में भारतीय टीम एक बार फिर से कीवी टीम के सामने बेबस नजर आयी और 8 विकेट से हारकर सेमीफाइनल की रेस से लगभग बाहर हो गई है। दुबई में खेले गये इस मैच में कीवी टीम के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी, जिसके चलते विराट सेना निर्धारित 20 ओवर्स में 7 विकेट खोकर 110 रन का स्कोर ही खड़ा कर सकी। जवाब में कीवी टीम ने 2 विकेट खोकर इस लक्ष्य को महज 14.3 ओवर्स में हासिल कर लिया। कीवी टीम के लिये सलामी बल्लेबाज डैरिल मिचेल ने 35 गेंदों में 49 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम के लिये जीत की राह आसान कर दी।
भारतीय बल्लेबाजों के अलावा गेंदबाजों ने भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया और जसप्रीत बुमराह को छोड़कर कोई भी गेंदबाज कामयाब नहीं हुआ। जसप्रीत बुमराह ने अपने 4 ओवर्स के स्पेल में 19 रन देकर 2 विकेट हासिल किये। उनके अलावा भारतीय टीम का पूरा गेंदबाजी लाइन अप फेल हो गया, जिसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या भारत को वरुण चक्रवर्ती के बजाय रविचंद्रन अश्विन को मौका नहीं देना चाहिये था, खासतौर से तब जब मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर दोनों ही काफी महंगे साबित हुए हैं।
मैच के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यही सवाल जसप्रीत बुमराह से भी पूछा गया जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि हार के बाद आप कह सकते हैं कि वहां पर कई सारी चीजें हैं जो अलग की जा सकती थी लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि नतीजा इससे अलग आता।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा,'मैच के बाद हम बहुत सारी चीजें कह सकते हैं, जैसे कि काश हमने और ज्यादा रन बनाये होते या फिर और ज्यादा विकेट चटकाये होते। जाहिर सी बात है कि अश्विन काफी अनुभवी गेंदबाज हैं और जब भी टीम में शामिल होते हैं तो अपने साथ काफी गहराई लेकर आते हैं। लेकिन दूर से बैठे-बैठे अगर मैं आपको यह कहूं कि पिच पर दूसरी पारी में ओस आने वाली है और गेंद ग्रिप नहीं करेगा, ऐसे में आपके पास काफी मुश्किल और कम विकल्प होंगे। नतीजे के बाद हम यह कह सकते हैं कि उनके होने से फर्क पड़ सकता था लेकिन अभी इस पर कुछ भी कहना मुश्किल है।'
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बुमराह ने आगे बात करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि एक बल्लेबाजी यूनिट के तौर पर हम ज्यादा रन बनाने की कोशिश कर रहे थे ताकि दूसरी पारी में ओस के आने के बावजूद हम अपने गेंदबाजों को अतिरिक्त रनों का फायदा दे सके। ऐसे करने के चक्कर में हमने कुछ आक्रामक शॉट लगाये, पर वो उतने ठीक से आये नहीं जितना की दूसरी पारी में आ रहे थे।
उन्होंने कहा,'खेल में कई बार अच्छे तो कई बार बुरे दिन होते हैं। मैं अच्छे दिन पर बहुत ज्यादा खुश और खराब दिन पर बहुत ज्यादा दुखी नहीं होता हूं। मैं खुद को मजबूत रखने और आगे बढ़ने पर विश्वास रखता हूं।'