रोहित ने दिमागी तौर पर तरोताजा होने पर जोर दिया है-
रोहित ने बताया है कि उन मैचों में भारतीय टीम शुरू में जल्द फैसले नहीं ले सकी और ये काफी अहम चीज है। उन्होंने कहा कि टीम अभी भी वैसी ही जिस पर दुनिया भरोसा करती है। रोहित ने यहां दिमागी तौर पर तरोताजा होने पर भी जोर दिया। उनका कहना है कि जब आप इतने बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए आते हो तो आपको मेंटली फ्रेश होना चाहिए। रोहित मानते हैं कि भारत टूर्नामेंट की शुरुआत में ऐसा नहीं कर सका जिसके चलते कुछ नाजुक फैसले नहीं लिए जा सके।
रोहित ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने के अलावा केएल राहुल के साथ 140 रनों की साझेदारी भी की और फिर हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत ने अपनी आतिशबाजियों का नजारा पेश किया। भारत के लिए एक ही मैच में सब कुछ इतना अच्छा हो गया क्योंकि गेंदबाजी में मोहम्मद शमी भी 3 विकेट लेने में कामयाब रहे और रविचंद्रन अश्विन को भी कसी हुई गेंदबाजी के साथ दो विकेट भी मिले।
रोहित ने दिया ज्यादा क्रिकेट ना खेलने पर जोर-
भारत को 66 रनों से मिली जीत का मतलब है कि उनका नेट रन रेट भी काफी सुधरा है और एशियाई दिग्गज अभी भी सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदें अभी पाल सकते हैं। हालांकि रास्ता मुश्किल है लेकिन बड़ी प्रतियोगिताएं बड़े धमाकों के लिए मशहूर रही हैं। भारत अंतिम चार में गया तो बाकी टीमों को दिक्कत होनी तय है। लेकिन इन सब बातो के लिए अभी थोड़ा वक्त है।
रोहित मैच के बाद दार्शनिक अंदाज में कहते हैं, जितना क्रिकेट हम खेल रहे हैं और यह जिंदगी की तरह है जहां पर उतार-चढ़ाव रहते हैं। जब भी हम मैदान पर उतरते हैं, हमको तब-तब सही फैसले लेने होंगे। इसके लिए, हमको दिमागी तौर पर तरोताजा होने की जरूरत है। कई बार फैसले सही से नहीं लिए जाते। ये तब होता है जब आप बहुत सारा क्रिकेट खेलते हो। ये भी जरूरी है कि आप कुछ मैचों से दूर रहें और अपने दिमाग को ताजा होने के लिए कुछ समय दें।
न्यूजीलैंड-पाकिस्तान के खिलाफ अहम फैसले नहीं लिए जा सके- रोहित
रोहित आगे कहते हैं, "लेकिन जब आप वर्ल्ड कप में होते हो तो आपका पूरा ध्यान हर मैच पर होना चाहिए। हम शुरू के दो मैचों में ऐसा नहीं कर सके। लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि हम कोई बुरी टीम बन गए हैं। हमने कई सालों से लगातार अच्छा क्रिकेट खेला है। एक या दो गेम बुरे चले जाने से खिलाड़ी और टीम या फिर कप्तान बुरा नहीं बन जाता है।"
रोहित कहते हैं कि आप अपनी गलतियों से सीखते हैं और वापसी करते हैं जो हमने अफगानिस्तान के खिलाफ किया।
भारत का अगला मुकाबला शुक्रवार को स्कॉटलैंड से होगा और उसका अंतिम सुपर 12 मैच नामीबिया से होगा। अब भारत के नजरिये से अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच शुक्रवार को होने वाले खेल ने काफी अहमियत हासिल कर ली है। भारत मोहम्मद नबी की टीम को ब्लैक कैप्स के ऊपर जिताने के लिए दुआ करेगा क्योंकि इससे उसके प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना बढ़ जाएगी।
भारत के लिए अफगानिस्तान vs न्यूजीलैंड मैच अहम-
रोहित शर्मा ने कहा कि भारत बहुत आगे नहीं देख रहा है, लेकिन जोर देकर कहा कि वे इस पर नजर रखेंगे कि जब अफगानिस्तान न्यूजीलैंड से भिड़ेगा तो क्या होगा।
उन्होंने कहा, "हमारे पास दो मैच जीतने का चुनौतीपूर्ण काम भी है। हम अब तक फाइनल को लेकर नहीं सोच सकते। हमें अपने अगले मैच पर ध्यान देना होगा। अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड एक महत्वपूर्ण मैच है। हम वह नहीं खेल रहे हैं लेकिन यह महत्वपूर्ण होने जा रहा है अभी फाइनल तक का हमारा सफर बहुत आगे है।'