तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

TeachersDay: आचरेकर सर की एक डांट ने बदल दी थी सचिन की जिंदगी, वीरू ने भी किया नमन

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन में टीचर के योगदान की अहमियत बताते हुए उन्‍हें नमन किया है।

नई दिल्ली। आज पूरे भारत में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। 5 सितंबर को हर साल डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। ऐसे में सभी लोग अपने-अपने शिक्षकों को याद कर उन्हें नमन कर रहे हैं।

आपने जो सिखाया, वो हमेशा मेरे काम आया

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन में टीचर के योगदान की अहमियत बताते हुए उन्‍हें नमन किया है। सचिन ने इस अवसर ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर उस घटना को याद किया है जिसने उनकी जिंदगी को बदलकर रख दिया। सचिन ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा- 'Happy #TeachersDay! आपने जो सिखाया, वो हमेशा मेरे काम आया। आपके साथ उस वाकये को साझा कर रहा हूं, जिसने मेरी जिंदगी बदल दी।'

आचरेकर सर ने मेरे लिए एक प्रैक्टिस मैच का आयोजन किया थाः सचिन

आचरेकर सर ने मेरे लिए एक प्रैक्टिस मैच का आयोजन किया थाः सचिन

वीडियो में देखा जा सकता है कि सचिन अपने गुरू आचरेकर को याद कर रहे हैं। सचिन ने कहा- यह मेरे स्कूल के दिनों के दौरान एक आश्चर्यजनक अनुभव था। मैं अपने स्कूल (शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल) की जूनियर टीम से खेल रहा था और हमारी सीनियर टीम वानखेडे स्टेडियम (मुंबई) में हैरिस शील्ड का फाइनल खेल रही थी। सचिन ने बताया कि उसी दिन कोच रमाकांत आचरेकर सर ने मेरे लिए एक प्रैक्टिस मैच का आयोजन किया था। उन्होंने मुझसे स्कूल के बाद वहां जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, 'मैंने उस टीम के कप्तान से बात की है, तुम्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी है और फील्डिंग की कोई जरूरत नहीं है।'

सर ने अचानक पूछ लिया- तुमने कितने रन बनाए?

सर ने अचानक पूछ लिया- तुमने कितने रन बनाए?

सचिन ने आगे कहा- मैं उस प्रैक्टिस मैच को खेलने नहीं गया और वानखेडे स्टेडियम जा पहुंचा। मैं वहां अपने स्कूल की सीनियर टीम को चियर कर रहा था। मैं मैच का आनंद ले रहा था। खेल के बाद मैंने आचरेकर सर को देखा, मैंने उन्हें नमस्ते किया। अचानक सर ने मुझसे पूछा, 'आज तुमने कितने रन बनाए?' मैंने कहा सर मैं सीनियर टीम को चीयर करने के लिए यहां आया हूं। यह सुनते ही, मेरे सर ने सबके सामने मुझे डांटा। उन्होंने (आचरेकर सर ने ) कहा था , 'दूसरों के लिए ताली बजाने की जरूरत नहीं है। तुम अपने क्रिकेट पर ध्यान दो। ऐसा कुछ हासिल करो कि दूसरे तुम्हारे लिए ताली बजाएं।' मेरे लिए यह बहुत बड़ा सबक था, इसके बाद मैं कभी भी मैच नहीं छोड़ा।

सभी लोगों का बहुत आभारी जिन्‍होंने जिंदगी में कुछ सिखाया: सहवाग

सचिन के अलावा टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्‍लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी एक ट्वीट करके जिंदगी में शिक्षक के महत्‍व को बताया। सहवाग ने ट्वीट कर लिखा- 'सर्वश्रेष्‍ठ शिक्षक आपको दिल की गहराई से शिक्षा देता है। केवल किताब से नहीं। उन सभी लोगों का बहुत-बहुत आभारी हूं जिन्‍होंने जिंदगी में मुझे कुछ सिखाया।'

Story first published: Monday, November 13, 2017, 11:19 [IST]
Other articles published on Nov 13, 2017
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X