मोहम्मद सिराज पर रहेगा फोकस-
यह तो हम जानते ही हैं कि विराट कोहली और रवि शास्त्री ने इंग्लैंड रवाना होने से पूर्व भारत में आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अनजाने में ही सही, पर मोहम्मद सिराज का नाम लेकर बताया था कि वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में इस हैदराबादी युवा बॉलर का इस्तेमाल जरूर करना चाहेंगे। अब सवाल है सिराज की जगह किस कीमत पर टीम में आएगी? बात यह है कि भारत के 2019 में किए गए वेस्टइंडीज के टूर के बाद यह पहली बार है जब ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे तीनों दिग्गज एक साथ खेलने के लिए उपलब्ध है। वरना तो कभी किसी खिलाड़ी को कोई चोट लगी तो कोई किसी न किसी दूसरे कारण के चलते अनुपलब्ध रहा। यह तीनों ही बहुत अनुभवी बॉलर हैं और इन्होंने विदेशी मैदानों पर पिछले 3 साल में भारत की सफलता में अहम भूमिका निभाई है।
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लंबे समय बाद ईशांत, शमी और बुमराह एक साथ उपलब्ध-
अब सवाल यह है मोहम्मद सिराज पर इतना फोकस क्यों? तो इसका कारण है मोहम्मद सिराज की लगातार दमखम के साथ गेंदबाजी करने की क्षमता। इसका बहुत बड़ा कारण उनकी उम्र है क्योंकि वह काफी युवा हैं और दूसरा कारण ईशांत शर्मा की फिटनेस के साथ-साथ बूढ़े होते कंधे भी है। इशांत शर्मा अब 33 साल के हो जाएंगे और वह टखने की गंभीर चोट से भी उभरे हैं। ऐसे में यह कहना आसान नहीं होगा कि वह लगातार लंबे स्पैल करने में उतने ही सहज रहेंगे जैसे कि वह किया करते थे। यह कोई नहीं जानता इशांत शर्मा लगातार बाउंसर गेंद कर पाएंगे फिर नहीं। दूसरी और 100 से भी अधिक टेस्ट मैच खेल चुके गेंदबाज का अनुभव दरकिनार नहीं किया जा सकता क्योंकि उन्होंने अभी तक इंग्लैंड में 12 टेस्ट मैच खेले खेले हैं पर टीम ट्रेनिंग सेशन के दौरान देखना चाहेगी कि मोहम्मद सिराज किस तरीके से गेंदबाजी कर रहे हैं और इशांत शर्मा के साथ कहीं ना कहीं उनकी तुलना होगी ही। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह का खेलना तो लगभग तय है।
चार सीमर उतारेगा भारत या ईशांत को रेस्ट देगा?
इसके अलावा एक और परिदृश्य यह निकल कर सामने आता है कि टीम प्रबंधन 4 सीमर को भी उतार सकता है हालांकि ऐसा करने में उनको अन्य जगह संयोजन बैठाने में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा लेकिन इससे पहले भी हम देख चुके हैं कि भारतीय टीम 2018 से लगातार विकेट ले रही है और उसने विदेशी जमीन पर हार्दिक पंड्या को चौथे सीन गेंदबाजी विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल किया है। आज समस्या यह है कि चारों ही गेंदबाज विशुद्ध बॉलर हैं इनमें से कोई भी बैटिंग करना नहीं जानता। इसके अलावा साउथहैंपटन का मिजाज थोड़ा सा हटकर भी है यहां ठंड पड़ रही है और न्यूजीलैंड की टीम ऐसे में चार तेज गेंदबाजों के आएगी जबकि भारत यह देख सकता है कि पिछले 2 टूर के दौरान इस स्थान पर मोईन अली ने भारतीय टीम को तंग किया है लेकिन उस समय परिस्थितियां अलग थी क्योंकि पिच गर्मियों में सूख चुकी थी और स्पिनरों की मदद कर रही थी। जबकि इस बार यह सीजन की शुरुआत है और पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए काफी चीजें मौजूद रहेंगी। ऐसे में भारतीय टीम मोहम्मद सिराज को हाथ से निकलने नहीं देना चाहेगी पर वही दिलचस्प सवाल बरकरार रहेगा कि क्या इसके लिए ईशांत शर्मा को बाहर बैठना होगा या फिर टीम चार सीमर के साथ उतरेगी? चांस हैं कि ईशांत शर्मा को आराम करने के कह दिया जाए।