जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि
विराट ने वैसे तो इस ऐतिहासिक जीत को सिर्फ एक शब्द में बयान कर दिया जो इस पल को परिभाषित करने के लिए काफी है। उन्होंने कहा "'proud', इस टीम को लीड करना ही मेरे लिए 'गौरव' की बात है, यह मेरे लिए एक सम्मान की बात है और एक सुनहरा अवसर भी". खिलाड़ियों से कप्तान बेहतर होते हैं, यह मेरे क्रिकेट जीवन की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने 2011 विश्वकप की जीत का जिक्र करते हुए इस क्षण को परिभाषित किया और कहा कि तब मैं उस टीम का सबसे युवा खिलाड़ी था, जीत के बाद सभी इमोशनल हो रहे थे लेकिन मैं उस फीलिंग को महसूस नहीं कर पाया लेकिन अब लगता है वह जीत कितनी बड़ी थी लेकिन यह जीत मेरे लिए कहीं और भी खास है।
टीम को मिलेगी अलग पहचान
विराट ने कहा कि "सबसे पहले तो यह बता दूँ कि मैं टीम की उपलब्धि पर इस तरह कभी खुश नहीं हुआ था जितना इस जीत से हुआ हूँ। हमारी टीम का ट्रांजिशन यहीं से शुरू हुआ था जब मुझे 4 साल पहले टेस्ट कप्तान बनाया था। मैं ने इस बात की कभी कल्पना भी नहीं की थी जहां मुझे टेस्ट कप्तानी मिलीथी उस देश में आकर हम टेस्ट सीरीज जीत पाएंगे। इन उम्दा खिलाड़ियों की वजह से एक कप्तान शानदार दिखता है. यह सीरीज एक टीम के तौर पर भी भारतीय टीम को एक अलग पहचान देगी। यह मेरे जीवन की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है और यह सबसे शीर्ष पर रहेगा।हम लोगों ने जो कामयाबी हासिल की है वो गौरव करने लायक है, इस जीत का शानदार जश्न मनाया जाएगा। सभी खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थक गए हैं इसलिए इस जीत का जश्न भी वाजिब है।
मयंक और पुजारा की विशेष तारीफ
विराट कोहली ने इस ऐतिहासिक जीत में 3 लोगों का खास जिक्र किया। उन्होंने कहा इस उपलब्धि में जिन लोगों का जिक्र करना सबसे जरूरी है उनमें पहला नाम हैं चेतेश्वर पुजारा,उन्हें इस उपलब्धि के लिए विशेष बधाई, वो एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो हमेशा चुनौतियों को स्वीकारते हैं और अपना बेस्ट देते हैं। टीम में सो सबसे शानदार इंसान भी हैं, विराट ने मयंक अग्रवाल का भी विशेष जिक्र किया जिन्होंने बतौर ओपनर मेलबर्न और सिडनी में कमाल में कमाल की परियां खेली। कोहली ने कहा इतनी शानदार गेंदबाजी के खिलाफ मयंक ने जिस तरह की बल्लेबाजी की वो दिखाता है कि वो कितने शानदार खिलाड़ी हैं।
ऑस्ट्रेलिया में 71 साल बाद टेस्ट सीरीज में मिली ऐतिहासिक जीत
भारतीय गेंदबाजी को बताया बेस्ट
विराट कोहली ने ऋषभ पंत की पारी का भी जिक्र किया और बताया कि वो एक आक्रामक बल्लेबाज हैं लेकिन जिस तरह उन्होंने सिडनी में शतकीय पारी खेली वह हमारे लिए एक बोनस था। जीत में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले गेंदबाजो की भी कप्तान कोहली ने जमकर तारीफ की और कहा कि न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया बल्कि साल 2018 के इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर भी इन गेंदबाजों ने दिखाया कि वो कितने घातक और खतरनाक हैं. इस जीत में सबसे बड़ी भूमिका 20 विकेट चटकाना भी है। मैं ने भारतीय क्रिकेट में ऐसे आला दर्जे के शानदार गेंदबाज कभी नहीं देखे थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम की भी तारीफ की और कहा कि उनसे प्रतिस्पर्धा काफी अच्छी मिलती है और तभी आप अपना बेस्ट देते हैं।