सेंचुरियन : भारतीट क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ बाॅक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में 327 रन बनाए। वहीं साउथ अफ्रीका की पहली पारी को महज 197 पर धाराशाही करने के लिए भारतीय गेंदबाजों ने कोई कसन नहीं छोड़ी। तेम्बा बावुमा और क्विंटन डी कॉक के अलावा किसी भी प्रोटियाज बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाजों का सामना करने में हिम्मत नहीं दिखाई। बावुमा ने 52 रन बनाए जबकि डी कॉक ने 34 रन बनाए। मोहम्मद शमी ने पांच विकेट लिए और टेस्ट क्रिकेट में अपना 200 वां विकेट भी लिया। तीसरे दिन की समाप्ति पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बावुमा ने शमी की गेंदबाजी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय गेंदबाज साउथ अफ्रीका की परिस्थितियों का फायदा उठाने में सक्षम थे।
बावुमा ने कहा, "शमी एक विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं, हमने उन्हें दुनिया भर में ऐसा करते देखा है इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह ऐसी चीज है जिसकी हमने उम्मीद नहीं की थी। बल्लेबाजों के रूप में हमें जितना हो सके अपने डिफेंस को आगे और पीछे करना होगा। अगर वह अच्छी गेंद फेंकते हैं तो इसका श्रेय उन्हें जाता है। भारतीय गेंदबाज परिस्थितियों का फायदा उठाने में सफल रहे, खासकर शमी की अगुवाई में।"
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बावुमा ने यह भी बताया कि कुछ समय के लिए टेस्ट मैच नहीं खेलने का भी इस खेल में साउथ अफ्रीका पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है। प्रोटियाज ने इस मैच में आने से पहले कुल पांच मैच खेले और उनका आखिरी मैच जून 2021 में वेस्टइंडीज के खिलाफ था। बावुमा ने कहा, "मैं नहीं चाहता कि हमारे खेल के लिए बहाने बनाने का आरोप लगाया जाए, लेकिन कुछ समय के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने से प्रभाव पड़ता है। पहले दिन जिस तरह से खेले, उस पर अगर आप नजर डालें तो मुझे नहीं लगता कि हमारी टीम ऐसा प्रदर्शन करती है। और इसका एक कारण मैच अभ्यास की कमी है। आपके पास जितने चाहें उतने जाल हो सकते हैं, लेकिन बीच में बाहर जाने जैसा कुछ भी नहीं है। खिलाड़ियों के रूप में हम बहुत कुछ नहीं कर सकते हैं, लेकिन खेलों की संख्या में यह असमानता है। हमें चुनौती का सामना करने के लिए मानसिक रूप से रास्ता खोजना होगा।"