नई दिल्ली। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आजकल क्रिकेट विश्व कप 2019 में अपने कमेंट्री पदापर्ण को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। इस दौरान दुनिया को सचिन का एक अलहदा रूप देखने को मिला है जिसके चलते वे खासे पसंद भी किए जा रहे हैं। लेकिन सचिन एक और वजह से चर्चाओं में आ गए हैं। तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया की एक क्रिकेट बैट बनाने वाली कंपनी के खिलाफ एक सिविल केस दायर किया है।
इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि वह कंपनी अपने उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उनके नाम और छवि का इस्तेमाल कर रही है और अब तक उन्हें रॉयल्टी के रूप में 2 मिलियन डॉलर (लगभग 14 करोड़) का भुगतान करने में विफल रही है। फेडरल कोर्ट के कागजात में इस महीने दायर की गई समीक्षा पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि सिडनी स्थित स्पार्टन स्पोर्ट्स इंटरनेशनल ने 2016 में उनकी नाम, लोगो, कपड़े को बेचने और प्रचार सेवाओं का यूज करने के लिए उन्हें सालाना कम से कम एक मिलियन डॉलर (लगभग सात करोड़) का भुगतान करने के लिए सहमति जताई थी।
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सचिन ने जो कागजात जमा किए हैं वह बताते हैं कि तेंदुलकर इस कंपनी के उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में प्रचार भी करते हुए नजर आए थे। इसके बावजूद यह स्पार्टन कंपनी कुछ भी बकाया भुगतान करने में विफल रही। इस पर तेंदुलकर ने कहा कि उन्होंने भुगतान के लिए कंपनी से औपचारिक अनुरोध किया। जब वहां से कोई जबाव नहीं आया, तो उन्होंने एग्रीमेंट को खत्म कर दिया और कंपनी से अपने नाम का इस्तेमाल बंद करने के लिए कहा।