नई दिल्ली। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में चिर-प्रतिद्वंदी भारत को हराकर अपना पहला खिलाब जीतने वाली पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों पर जमकर नोटों की बारिश हो रही है। खिताब जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक-एक करोड़ रुपए दिए। इसके अलावा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है। इसके अलावा जो खिलाड़ी बोर्ड के केंद्रीय अनुबंध में शामिल हैं, उन्हें 2.9 करोड़ रुपये बोनस के तौर पर दिए जाएंगे।
हालांकि इन सब के अलावा पीसीबी ने अपने खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ा दी है। दरअसल अब साल 2017-18 के लिए हुए अनुबंध में ग्रेड ए, बी, सी, डी के सभी खिलाड़ियों को 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दी गई है। दरअसल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा लाए गए नए अनुबंध के हिसाब से, ग्रेड ए में आने वाले पाकिस्तानी खिलाड़ियों को हर महीने 6 लाख 50 हजार पाकिस्तानी रुपए मिलेंगे। अगर सालाना वेतन देखा जाए तो ये करीब 78 लाख पाकिस्तानी रुपये होगा। भारतीय रुपए के हिसाब से ये केवल 48 लाख रुपये सालाना होता है।
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेटरों के मुकाबले पाकिस्तानी क्रिकेटरों को कई गुना कम सैलरी मिलती है। इस वित्तीय वर्ष में भारत के 'बी' ग्रेड के क्रिकेटरों को पाकिस्तान के 'ए' ग्रेड के क्रिकेटरों से 52 लाख रुपए सालाना ज्यादा मिलेंगे।
गौरतलब है कि साल 2017-18 के अनुबंध में तीन कैटेगरी (ए, बी और सी ग्रेड) में 32 खिलाड़ी रखे गए हैं। जिसमें ए ग्रेड के खिलाड़ियों को दो करोड़, बी ग्रेड के खिलाड़ियों को एक करोड़ और सी ग्रेड के खिलाड़ियों को 50 लाख रुपए सालाना दिए जाते हैं। आपको बता दें कि बीसीसीआई के ए ग्रेड कैटेगरी में विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, आर अश्विन, अजिंक्य रहाणे, मुरली विजय, रवींद्र जडेजा और चेतेश्वर पुजारा शामिल हैं। इन खिलाड़ियों को हर साल 2 करोड़ रुपये वेतन मिलता है। ये केवल वेतन है इमें मैच फीस सम्मिलित नहीं है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए अनुबंध के मुताबिक अब ग्रेड ए के किलाड़ियों को 78 लाख पाकिस्तानी रुपये (48 लाख भारतीय रुपये) मिलेंगे। वहीं ग्रेड ग्रेड बी के खिलाड़ियों को 54 लाख पाकिस्तानी रुपये (33 लाख भारतीय रुपये) मिलेंगे और ग्रेड सी के खिलाड़ियों को 31 लाख पाकिस्तानी रुपये (19 लाख भारतीय रुपये) मिलेंगे।