1. श्रेयस गोपाल
सूची में पहला स्थान हमने लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल को दिया है। कर्नाटक से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद 2014 में मुंबई इंडियंस टीम में रखा गया था। वह 4 सीजन तक मुंबई में बने रहे लेकिन उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिला और केवल 6 मैचों में खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 7 विकेट लिए। जब मुंबई ने 2017 में उन्हें रिलीज किया तो जनवरी 2018 की नीलामी में, राजस्थान ने उनको खरीदा। तब से, वह टीम के मुख्य स्पिनर हैं। राजस्थान की तरफ से गोपाल ने अब तक 39 मैचों में 41 विकेट लिए हैं और हैट्रिक भी बनाई है।
2. शिखर धवन
भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत दिल्ली डेयरडेविल्स से की थी। हालांकि, दिल्ली के लिए एक सीजन खेलने के बाद धवन को मुंबई इंडियंस ने खरीदा था। धवन ने 2009 और 2010 में मुंबई इंडियंस के लिए 15 मैचों में सिर्फ 231 रन बनाए। धवन को 2011 की नीलामी से पहले रिलीज़ किया गया था और बाद में डेक्कन चार्जर्स द्वारा खरीदा गया था। धवन ने टीम के लिए कई सीज़न खेले और बाद में टीम का नाम बदलने के बाद उन्हें कप्तानी सौंपी गई। 2016 की सनराइजर्स हैदराबाद की जीत में भी धवन ने अहम भूमिका निभाई। इसके बाद धवन 2019 में दिल्ली कैपिटल्स में शामिल हुए। दिल्ली कैपिटल्स से जुड़ते ही धवन की किस्मत चमक और पिछले सीजन में धवन टीम के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
3. अंबाती रायडू
अंबाती रायडू के लिए भी मुंबई टीम फिट नहीं बैठी। उन्होंने अपने आईपीएल करियर की शुरूआत 2010 में इसी टीम के लिए खेलते हुए की थी। उन्होंने मुंबई के लिए 8 सीजन खेले। मुंबई के लिए रायडू ने 114 मैचों में 27.15 की औसत से 2416 रन बनाए। इस दाैरान उन्होंने टीम को खिताब दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन आईपीएल 2018 की नीलामी में उन्हें मुंबई ने रिलीज कर दिया था और फिर चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अपने साथ जोड़ा। रायडू ने तब टीम को चैंपियन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने तब 16 मैचों में 602 रन बनाए थे। रायडू ने इसके बाद अगले दो सीजन में 282 और 359 रन बनाए।
4. ड्वेन ब्रावो
टी 20 क्रिकेट के दिग्गजों में वेस्टइंडीज के ड्वेन ब्रावो भी शूमार हैं। उन्होंने 2008 में मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल की शुरुआत की। वह 2010 तक टीम का हिस्सा रहे। ब्रावो का मुंबई की तरफ से खेलते हुए भी अच्छा था लेकिन जब वह चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े तो चैंपियन के रूप में उभरे। जब चेन्नई ने 2011 का सीजन जीता तो ब्रावो टीम का हिस्सा थे। उन्होंने चेन्नई के लिए 95 मैचों में 135.36 की औसत से 994 रन बनाए हैं। उन्होंने 8.39 की इकॉनमी रेट से 110 विकेट भी अपने नाम किए हैं।