इस वजह से अमेरिका शिफ्ट होने का किया फैसला
अपने अमेरिका शिफ्ट होने के बारे में बात करते हुए इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि मुंबई में उन्हें क्रिकेट में बेहद कम मौके मिल रहे थे तो वहीं पर एमसीएल में उन्हें मौके के साथ ही अच्छा पैसा भी मिल रहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए हरमीत सिंह ने बताया कि उन्होंने बीसीसीआई को जुलाई में ही अपने संन्यास की बात कह दी थी। इसके पीछे का कारण बताते हुए हरमीत ने कहा कि मुंबई की ओर से खेलते हुए मुझे ज्यादा मौके नहीं मिल रहे थे जो कि मेरी घरेलू टीम है। वहीं अमेरिका में मुझे ज्यादा क्रिकेट खेलने के मौके के साथ अच्छा पैसा भी मिल रहा है जो कि थोड़ी सी सुरक्षा की बात करता है। वहां पर क्रिकेट का स्तर भी अच्छा है।
2023 तक मिल सकती है यूएसए की टीम में एंट्री
हरमीत ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में यूएसए की राष्ट्रीय टीम में भी जगह बनाने में कामयाब होंगे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल सकेंगे।
उन्होंने कहा,'अगर आप लगातार 30 महीनों तक अमेरिका में रहते हैं तो आप अमेरिका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने के हकदार हो जाते हैं। मैंने 3 साल का करार किया है और मैं यहां पर 12 महीने पहले ही पूरे कर चुका हूं। बस 18 महीने का समय और बाकी है। मुझे लगता है कि 2023 की शुरुआत में मैं अमेरिका के लिये अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का हकदार बन जाउंगा और मेरी उम्र भी 30 हो जायेगी। एक स्पिनर के तौर पर यह आपके खेल का सबसे शानदार पड़ाव होता है।'
मुझे फेल होने का मौका भी नहीं मिला
गौरतलब है कि हरमीत सिंह ने मुंबई के लिये साल 2009 में डेब्यू किया था लेकिन लगातार मैचों में जगह न बन पाने के चलते उन्हें भारतीय क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा। उन्हें यह भी महसूस होता है कि मुंबई क्रिकेट की ओर से उन्हें एक बार भी पूरा सीजन अपना टैलेंट दिखाने का मौका नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा,'मैंने 2009 में मुंबई के लिये अपना डेब्यू किया लेकिन एक बार भी मुझे खुद को साबित करने के लिये पूरा एक सीजन नहीं दिया गया। इसके बावजूद 2017 तक मैंने मुंबई के लिये खेलने के अपने सपने का पीछा किया। लगभग एक दशक का समय बीत गया है और मुझे मुंबई के लिये सिर्फ 9 मैच ही खेलने को मिले हैं। मुझे फेल होने का भी मौका नहीं दिया गया है साबित करने के लिये मौका मिलना तो दूर की बात है।'