नई दिल्ली। हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वो भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने। वो इसलिए, क्योंकि भारतीय टीम में आकर ना सिर्फ वेतन ज्यादा मिलता है बल्कि फैंस द्वारा खूब प्यार भी। हांगकांग में रहने वाले भारतीय मूल के क्रिकेटर का भी कुछ ऐसा ही सपना है, जिसने भारतीय टीम में खेलने के लिए अपने देश की कप्तानी छोड़ दी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं अंशुमन रथ की जिन्होंने हांगकांग क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ दी है।
इमर्जिंग क्रिकेट से बातचीत में 21 साल के रथ का कहना है कि वो भारत वापस आकर टीम इंडिया में अपनी जगह बनानें की कोशिश करेंगे। रथ ने आगे कहा कि वो अब रणजी ट्रॉफी में खुद के सिलेक्शन को लेकर अपनी उपलब्धता दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा, ''मुझे क्रिकेट से बेहद प्यार है और अपने करियर को लंबा करने के लिए इस तरह का फैसला किया है। भारत के लिए खेलना मेरा हमेशा से सपना रहा है। इसे अलावा उन्होंने हांगकांग क्रिकेट का भी शुक्रिया अदा किया। हांगकांग क्रिकेट ने जो मेरे लिए किया है उसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद कहना चाहता हूं। इस टीम से जुड़े रहने और खेलने का मेरा सफर शानदार रहा, लेकिन अब वक्त आ गया है कि मैं आगे की तरफ बढ़ूं। मैं हांगकांग क्रिकेट को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।''
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बता दें कि रथ टी20 विश्व कप क्वालिफायर्स के लिए हांगकांग स्क्वाड में शामिल नहीं है। उन्होंने हांगकांग के लिए 18 वनडे मैचों में 51.75 की औसत से 828 रन बनाए हैं। वहीं 5 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 62.76 की औसत से 391 रन बनाए हैं। इसके अलावा 20 टी-20 मैचों उन्होंने 18.88 की औसत से उन्होंने अब तक 321 रन बनाए हैं। हांगकांग में पैदा हुए रथ के माता-पिता ओडिशा से हैं। रथ भी भारतीय नागरिक हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट है। रथ को उम्मीद है कि वो अगले साल तक भारत के लिए रणजी क्रिकेट में डेब्यू कर सकेंगे। साथ ही हांगकांग टीम छोड़ने के बाद रथ बतौर लोकल अनकैप्ड खिलाड़ी आईपीएल नीलामी में हिस्सा ले सकेंगे।