नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट टीम विश्व कप दाैरान अपने खराब प्रदर्शन के कारण खूब आलोचनाओं में रही थी। सरफराज अहमद की कप्तानी पर भी सवाल उठे। साल 2017 में चैंपियंस ट्राफी का खिताब जीतने वाली यह टीम हमेशा विवादों के साथ जुड़ी रही है। कई खिलाड़ी स्पाॅट फिक्सिंग के कारण अपना करियर भी खत्म क चुके हैं तो कई आज भी वापसी के इंतजार में बैठे हैं। इनमें से एक हैं शरजील खान जो स्पाॅट फिक्सिंग मामले में 30 महीने की सजा पूरी करने के बाद फिर से टीम में शामिल होने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें आदेश दिया है कि यह तभी संभव है जब वो फिक्सिंग की बात कबूलेंगे।
सलामी बल्लेबाल शरजील ने 30 महीने की सजा शनिवार को पूरी कर ली लेकिन पीसीबी ने साफ कर दिया कि क्रिकेट में वापसी के लिए उन्हें अपनी गलती को स्वीकार कर भ्रष्टाचार रोधी पुनर्वास कार्यक्रम में भाग लेना होगा। शरजील को 2017 में पाकिस्तान सुपर लीग में फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद उसी साल अगस्त में पांच साल निलंबन की सजा दी गई थी लेकिन पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी न्यायधिकरण ने उनके निलंबन की आधी सजा रद्द कर दी थी। पीसीबी के भ्रष्टाचार रोधी न्यायधिकरण ने शारजील के साथ खालिद लतीफ, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद नवाज, नसीर जमशेद जब शाहबाज हसन को भी मैच फिक्सिंग में शामिल पाया था।
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पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि शरजील को सितंबर में होने वाले कायदे आजम ट्रॉफी में खेलने का मौका मिल सकता है लेकिन इसके लिए उन्हें स्पॉट फिक्सिंग में अपनी संलिप्तता स्वीकार करनी होगी और अपने कार्यों के लिए माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा कि सलमान बट्ट और मोहम्मद आसिफ को भी क्रिकेट में वापसी के लिए 2015 में ऐसा ही करना पड़ा था। शरजील से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि उन्होंने अपने खिलाफ लगे पांच आरोपों को मान लिया लेकिन यह स्वीकार नहीं किया कि वह स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थे और इससे उन्हें वित्तीय फायदा हुआ था।