1. हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक रहे हैं। शायद ही आपको उनके जैसा विस्फोटक खिलाड़ी मिलेगा। हालांकि उनकी फिटनेस पर बड़ा सवालिया निशान है। ऑलराउंडर पूरी तरह से फिट हैं। शुरूआती समय में हार्दिक ने ना सिर्फ बल्ले से बल्कि गेंदबाजी में कई बार भारत को मैच जितवाने में मदद की, लेकिन पीठ की सर्जरी करवाने के बाद वह गेंदबाजी नहीं कर पाए हैं। आईपीएल 2021 में भी गेंदबाजी नहीं कर सके थे, ना ही टी20 विश्व कप में। वहीं शार्दुल ठाकुर और हर्षल पटेल जैसे खिलाड़ी अपने मौकों का इंतजार कर रहे हैं, जो ना सिर्फ बल्ले से बल्कि गेंद से भी कमाल दिखाते हैं। अगर हार्दिक ने खुद को तैयार नहीं किया तो उनका अगले टी20 विश्व कप से बाहर होना तय है।
2. वरुण चक्रवर्ती
आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के शुरू होने से पहले वरुण चक्रवर्ती काफी चर्चा में थे। उन्हें भारत का नया मिस्ट्री स्पिनर माना जाता था। इस विश्व कप में उन्हें 'X-Factor' भी माना जाता था। हालांकि, वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने में नाकाम रहे। उन्हें तीन मैचों में माैका दिया गया, लेकिन वह एक भी विकेट नहीं ले सके। चक्रवर्ती अभी तक कुल 6 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेल चुके हैं, लेकिन उनके नाम सिर्फ 2 विकेट रहे। अगर उन्हें अगले टी20 विश्व कप में जगह बनानी है तो फिर बचे समय में दमदार प्रदर्शन करना होगा। नहीं तो रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा बताैर स्पिनर हैं जो किसी का भी पत्ता काट सकते हैं।
3. भुवनेश्वर कुमार
तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार सीनियर तेज गेंजबाज हैं। टी20 विश्व कप 2021 में भी उनसे काफी उम्मीदें थीं। भुवनेश्वर को पाकिस्तान के खिलाफ माैका दिया गया था, लेकिन उन्होंने बिना विकेट लिए 3 ओवर में 25 रन लुटा दिए। इसके बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था। ऐसा लग रहा है कि जैसे यह भुवनेश्वर का आखिरी टी20 विश्व कप ही था। हालांकि वह कई सालों से टीम के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं। एक टी20 गेंदबाज के तौर पर उनका रिकॉर्ड भी अच्छा है। लेकिन कुछ समय से वह सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं रहे हैं। उनका आईपीएल 2021 भी खास नहीं रहा था। इसके अलावा, एक डेथ बॉलर के रूप में उनका कौशल काफी हद तक कम हो गया है। वे चोटिल होते भी दिखे। अवेश खान, अर्शदीप सिंह और टी नटराजन जैसे कई प्रतिभाशाली तेज गेंदबाजों के उभरने के कारण अब भुवनेश्वप कुमार के लिए आगे का कठिन रास्ता हो गया है। इसके अलावा भारत को एक ऐसे गेंदबाज की जरूरत है जो खेल की किसी भी स्थिति में गेंदबाजी कर सके, साथ में मुसीबत समय बल्ले से रन भी बना सके।