नई दिल्ली। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसे देख प्रशंसकों का दिल खुश हो जाता है। यह खेल जितना मजेदार लगता है, उतना ही खतरनाक भी है। 150 किलीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आती गेंदों का सामना करना बल्लेबाजों के लिए चुनाैतीभरा रहता है। जब छक्का लगता है तो फैंस खुशी से उछल पड़ते हैं, लेकिन खतरनाक बाउंसर बल्लेबाज को घायल कर दे तो सभी के राैंगटे खड़े हो जाते हैं। इस कारण क्रिकेट के मैदान पर कई दुखद घटनाएं घट चुकी हैं। जहां कुछ को गंभीर चोटें आईं। ऐसी घटनाओं में कुछ खिलाड़ियों की जान भी चली गई। आज हम उन तीन खिलाड़ियों के बारे में जानने जा रहे हैं जिनकी क्रिकेट के मैदान पर मौत हो गई।
1) रमन लांबा
भारत के मशहूर खिलाड़ी रहे रमन लांबा चोट के कारण जान गंवा बैठे थे। लांबा ने भारत के लिए 32 वनडे और 4 टेस्ट खेले थे। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया। बांग्लादेश में एक मैच में फॉरवर्ड शॉर्ट लेग की फील्डिंग करते समय बल्लेबाज की गेंद लांबा के सिर पर लगी। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराने के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। जब उनकी जान गई तो उनकी उम्र 38 साल थी।
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2) वसीम राजा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के एक प्रसिद्ध खिलाड़ी वसीम राजा ने 2007 में मैदान पर जान गंवाई थी। पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले वसीम राजा का 2006 में सरे के लिए खेलते समय दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। उस समय राजा की उम्र 54 वर्ष थी। वसीम राजा ने 1970 और 1980 के दशक में पाकिस्तान के लिए 57 टेस्ट में 2,800 रन बनाए थे। उन्होंने कुछ समय के लिए ICC के लिए मैच रेफरी के रूप में भी काम किया। वह पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा के भाई थे।
3) फिलिप ह्यूज
ऑस्ट्रेलिया के सबसे युवा बल्लेबाज फिलिप ह्यूज मैदान पर चोटिल होने के बाद मरने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे। 2014 में शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान न्यू साउथ वेल्स के लिए खेलते हुए सीन एबॉट की गेंद उनके सिर में लग गई थी। वह दो दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे। लेकिन, वह जिंदगी की जंग जीतने में असफल रहे। 26 वर्षीय फिलिप ह्यूज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट और 25 एकदिवसीय मैच खेले। उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट कप्तान के रूप में भी देखा जाने लगा था।