कोलंबो। श्रीलंका क्रिकेट टीम के शानदार बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। वह आॅस्ट्रेलिया के साथ चल रही वनडे सीरीज के बाद एक T20 मैच खेलकर सीमित ओवरों के क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।
संन्यास से पहले वह आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ डॉम्बुला में एक इंटरनेशनल वनडे मैच और 9 सितम्बर को कोलंबो में टी20 मैच खेलेंगे।
रियो ओलंपिक : यह सेल्फी बनेगी इस महिला एथलीट के लिए सजा-ए-मौत की वजह, जानिए क्यों
दिलशान टेस्ट क्रिकेट को 2013 में ही अलविदा कह चुके हैं और सीमित ओवर्स के क्रिकेट में वह बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। श्रीलंकाई क्रिकेट कप्तान एंजेलो मैथ्यूज और चयनकर्ताओं की ख्वाहिश थी कि 2019 विश्वकप में वह युवा श्रीलंकाई टीम तैयार करें और इसीलिए दिलशान को संन्यास लेने के लिए मनाया जा रहा था।
बात अगर दिलशान के प्रदर्शन पर करें तो 2013 की शुरुआत तक उनका वनडे क्रिकेट का औसत 49.18 था। 2015 उनका सर्वश्रेष्ठ साल रहा जब उन्होंने 52.47 की औसत से रन बनाए। इसी साल उन्होंने 52.47 की औसत के साथ 1207 रन बनाए थे। इस साल टी20 में श्रीलंका की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी तिलकरत्ने दिलशान ही हैं।
छोटी ड्रेस पर अश्लील कॉमेंट करने वालों को बीबीसी की महिला प्रेजेंटर ने ऐसे दिया करारा जवाब
दिलशान ने 329 वनडे मैच में 10,248 रन बनाए हैं और 78 टी20 मुकाबलों में 1884 रन बनाए हैं। उन्होंने 22 वनडे शतक और 1 टी20 शतक लगाया है। बीते 10 वर्षों के क्रिकेट इतिहास में अगर कुछ आक्रामक शैली के बल्लेबाजों का जिक्र होगा तो तिलकरत्ने दिलशान के नाम को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
जोसेफ स्कूलिंग : तैराकी के शहंशाह माइकल फेलप्स को हराने वाले इस तैराक से जुड़ी 10 रोचक बातें
इन्हें एक खास किस्म के स्ट्रोक 'दिलस्कूप' को ईजाद करने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कुल 87 टेस्ट श्रीलंका के लिए खेले हैं। श्रीलंका के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में वह 6वें स्थान पर आते हैं।
2015 विश्वकप में आॅस्ट्रेलिया के साथ एक मुकाबले के दौरान उन्होंने मिचेल जॉनसन की गेंदों पर लगातार 6 गेंदों पर चौके मारे थे।