नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच हाल ही में खेले गये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में भले ही कीवी टीम ने विराट सेना को 8 विकेट से मात देने का काम किया लेकिन रिजर्व डे पर जब तक भारत के लिये ऋषभ पंत क्रीज पर टिके हुए थे मैच का ड्रॉ होना संभव नजर आ रहा था। इस दौरान ऋषभ पंत को कीवी टीम की तरफ से एक जीवनदान भी मिला जिसमें टिम साउथी ने उनका आसान सा कैच छोड़ दिया था। टिम साउथी ने उस वक्त यह कैच छोड़ा था जब पंत महज 5 रन बनाकर खेल रहे थे।
रिजर्व डे के पहले सेशन में भारतीय टीम का स्कोर 4 विकेट खोकर 82 रन पहुंचा था और तभी काइल जैमिसन की गेंद पर दूसरी स्लिप में खड़े टिम साउथी ने उनका कैच ड्रॉप कर दिया। ऋषभ पंत के मैच को कभी भी बदल देने की क्षमता को देखते हुए यह कैच टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता था, हालांकि ऐसा हुआ नहीं। टिम साउथी ने द मैट एंड जेरी शो में बात करते हुए उस कैच को छोड़ने के अपने अनुभव को लेकर बात की और कहा कि कैच छूटते ही ऐसा लगा जैसे टेस्ट चैम्पियनशिप का खिताब ड्रॉप किया हो।
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उन्होंने कहा,'अगर मैं यह कहूं कि जब पंत का कैच छूठा तो उसके बाद मेरे दिमाग में कुछ नहीं चला तो यह पूरी तरह झूठ होगा। पंत के पास जो काबिलियत है उससे वो मैच को कभी भी 5 से 6 ओवर के अंदर आपसे दूर ले जा सकते हैं। कैच छूटते ही मेरे दिमाग में कई सारी बातें आई लेकिन मुझे उस पर जल्दी काबू करना पड़ा क्योंकि अगले ओवर में मुझे ही गेंदबाजी करनी थी।'
साउथी ने आगे बताया कि जब पंत का कैच छूटा तो लगा बड़ी गलती हो गई है जो टेस्ट चैम्पियनशिप का खिताब हमसे दूर ले जा सकती है। जब तक वो क्रीज पर थे दिमाग में रह रहकर उनका कैच ड्रॉप आ रहा था, हालांकि जब वो आउट हुए तो मैंने राहत की सांस ली।
गौरतलब है कि लंच के बाद जब ऋषभ पंत ने मैदान पर वापसी की तो वो शॉट लगाने को लेकर ज्यादा कंट्रोल में नजर आये। इससे उन्हें आत्म-विश्वास मिला और उन्होंने सीम गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक शॉट खेलने का प्रयास किया। इसी के चलते वह ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर खराब शॉट खेलकर वापस पवेलियन लौटे।
आपको बता दें कि भारत के लिये दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 41 रनों की पारी खेली, लेकिन जैसे ही वो आउट हुए टीम महज 14 रन ही जोड़ सकी और 170 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। कीवी टीम को इसके चलते 139 रनों का आसान लक्ष्य मिला जिसे उसने 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया।