नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में भारतीय दल ने ओलंपिक इतिहास का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है और 7 पदक के साथ 47वें पायदान पर पहुंच गई है। भारतीय टीम के लिये 12 सालों से चले आ रहे गोल्ड के सूखे खत्म करते हुए भारत के भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड पर निशाना साधा और भारत के लिये ओलंपिक में एथलेटिक्स का पहला गोल्ड और ओवरऑल दूसरा पदक दिलाया।
एथलेटिक्स में भारत के नाम एक पदक 1900 में नोमार्न पिचर्ड ने दिलाया था जब उन्होंने 200 मीटर रेस में भारत के लिये सिल्वर मेडल जीता था, हालांकि आजादी के बाद भारत के लिये अब तक एथलेटिक्स में कभी भी पदक नहीं आ सका था। वहीं भारत को एथलेटिक्स में दूसरा पदक हासिल करने में 100 सालों से ज्यादा का समय लग गया, ऐसे में जब भारत को पहला पदक गोल्ड के रूप में मिला तो पूरे देश में जश्न का माहौल बन गया है।
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इस जश्न में देश के आम आदमी से लेकर खेल की मशहूर हस्तियां भी शामिल हुई। इसका नजारा भारत और इंग्लैंड के बीच जारी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में कॉमेंट्री करने पहुंची पूर्व खिलाड़ियों की टीम में भी देखने को मिला। सोनी स्पोर्टस पर मैच के दौरान किये जा रहे शो एक्सट्रा इनिंग्स में इसकी झलक देखने को मिली। शो के दौरान कॉमेंटेटर्स ने कैसे नीरज चोपड़ा की जीत का जश्न मनाया उसका वीडियो दिखाया गया।
इसमें जैसे ही नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल जीतते हुए नजर आते हैं वैसे ही पूर्व बल्लेबाज अजय जडेजा अपनी सीट से उछलकर खड़े होते हैं और कहते हैं कि रच दिया भई इतिहास रच दिया। वहीं पर साथ में खड़े आशीष नेहरा इस खुशी का जश्न नाच कर मनाते हैं। वहां पर मौजूद सभी कॉमेंटेटर इस दौरान ताली बजाते और अपने-अपने अंदाज में जश्न मनाते नजर आये।
वहीं पर पूर्व भारतीय कप्तान और कॉमेंटेटर सुनील गावस्कर ने चोपड़ा की जीत के बाद पहले भांगड़ा किया और फिर देशभक्ति गीत गाते नजर आये। सुनील गावस्कर ने मेरे देश की धरती ...गीत को गाकर जश्न मनाया और सभी कॉमेंटेटर्स ने उनका भरपूर साथ दिया। इस वीडियो के अंत में पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने कहा कि आज देश में हर आदमी यही गीत गुनगुनाता नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि भालाफेंक के फाइनल में नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही थ्रो में 87 मीटर का मार्क पार किया और 87.03 मीटर की दूरी तय की। वहीं पर अपने दूसरे थ्रो में उन्होंने 87.58 मीटर की दूरी तय कर गोल्ड के लिये अपनी दावेदारी को और मजबूत किया। चेक रिपब्लिक के जिस खिलाड़ी ने सिल्वर मेडल जीता उसने 86.44 मीटर का थ्रो फेंका। आपको बता दें कि भालाफेंक के इस फाइनल में पाकिस्तान के अरशद नदीम भी शामिल हुए थे हालांकि वो 84.13 मीटर के थ्रो के साथ पांचवे पायदान पर ही अपने सफर को खत्म कर सके।