टोक्यो : ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचले स्टार्क के छोटे भाई ने टोक्यो ओलंपिक में धमाल मचा दिया है। बड़ा भाई क्रिकेट मैदान पर विरोधियों पर लगाम लगाता है तो वहीं छोटा भाई हाई जंह के मैदान पर दिग्गजों को पछाड़ रहा है, जिसका नाम ब्रेंडन स्टार्क है। एथलीट ब्रेंडन स्टार्क हाई जंप स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने से अब सिर्फ एक कदम दूर हैं। ब्रेंडन ने फाइनल में पहुंचकर ऑस्ट्रेलिया के मेडल जीतने की उम्मीदों को बरकरार रखा। ब्रेंडन स्टार्क ने 2.28 मीटर का जंप लगाते हुए ओलिंपिक फाइनल में प्रवेश किया।
ब्रैंडन ने इसी साल 2.33 मीटर की ऊंची कूद लगाकर नेशनल हाई जंप का चाैथा खिताब अपने नाम किया था और टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था। अब ब्रैंडन गोल्ड मेडल जीतने के लिए रविवार को उतरेंगे। ब्रैंडन पर सभी की नजरें रहेंगी। हर कोई देखना चाहता है कि क्रिकेट में नामी गेंदबाज स्टार्क के छोटे भाई कैसा प्रदर्शन करते हैं। 2019 में ब्रैंडन चोटिल हुए थे, लेकिन उन्होंने वापसी करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।
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बता दें कि ब्रेंडन ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू 2010 में यूथ ओलिंपिक से किया था। उस समय उन्होंने सिल्वर मेडल जीतने के लिए 2.19 मीटर का जंप लगाया था। लेकिन 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रैंडन कमाल नहीं दिखा सकते थे। वह 8वें स्थान पर रहे थे। फिर उसी साल उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी भाग लिया था। 2016 के रियो ओलिंपिक में भी ब्रैंडन ने अपना दम दिखाया, जहां वो हाई जंप के फाइनल में तो पहुंचे पर अंत में 15वें नंबर से गेम को फीनिश किया।
इसके बाद ब्रेंडन ने 2018 के कॉमनवेल्थ खेलों में 2.32 मीटर की ऊंची छलांग लगाकर अपने देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था। पांच दिन बाद ही स्टार्क ने 2018 के डायमंड लीग का फाइनल जीता और कॉन्टिनेंटल कप में भाग लेने के लिए गए।