1. प्रवीण आमरे 103- 1992-93
प्रवीण आमरे ने ये पारी तब खेली जब दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड क्रिकेट में दोबारा वापसी कर रहा था और यह प्रोटियाज टीम का पहला टेस्ट मैच था। कपिल देव ने इस मुकाबले में सीरीज की पहली बॉल पर ही जिमी कुक को चलता कर शानदार शुरुआत दी थी। यह मुकाबला डरबन में चल रहा था जहां पर दक्षिण अफ्रीका 254 रन बनाकर ऑल आउट हो गया और केपलर वेसल्स ने 118 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने भारत के विकेट भी लगातार इंटरवेल पर लिए लेकिन यह प्रवीण आमरे थे जिन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू के दौरान ही 103 रनों की पारी खेली और उनका साथ किरण मोरे ने दिया जिन्होंने 55 रन बनाए और भारत को पहली पारी में लीड दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारत के लिए यह मैच ड्रा साबित हुआ।
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2. सचिन तेंदुलकर 111: 1992/93
इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 292 रन बनाए थे और गेंदबाजी में एलन डोनाल्ड और ब्रायन मैकमिलन ने भारतीय गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दी थी लेकिन एक बल्लेबाज टिका रहा और यह थे किशोर उम्र के सचिन तेंदुलकर। उन्होंने 111 रनों की पारी 270 गेंदों पर खेली और दूसरे छोर पर उनको किसी तरह की मदद नहीं मिली थी। यह मैच सचिन तेंदुलकर बनाम दक्षिण अफ्रीका हो गया था।
इस पारी में खास बात यह थी कि दूसरे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज का स्कोर केवल 25 रन था जो कपिल देव ने बनाया था। सचिन की इस शतकीय पारी के दम पर भारत ने 227 रन बनाने में कामयाबी हासिल की। जोहांसबर्ग में हुआ यह दूसरा मुकाबला भी ड्रा के तौर पर समाप्त हुआ था।
3. मोहम्मद अजहरुद्दीन 115: 1996/97
इस मैच में साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी इतनी जबरदस्त रही कि उन्होंने 7 विकेट के नुकसान पर 529 रन बनाकर अपनी इनिंग को घोषित कर दिया। यह इस सीरीज में हुआ दूसरा मुकाबला था जो कि केपटाउन में चल रहा था। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के तूफानी बल्लेबाज लांस क्लूजनर ने नंबर 9 पर आकर शतक लगा दिया था और इसके जवाब में कप्तान सचिन तेंदुलकर ने 169 रनों की पारी खेली जहां पर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने उनका बखूबी साथ निभाया। यह टेस्ट मैच इसलिए भी यादगार है क्योंकि राहुल द्रविड़ ने इस दौरान डब्ल्यूबी रमन के साथ भारतीय पारी को ओपन किया था।
सचिन ने अपने अंदाज में पारी खेली लेकिन अजहरुद्दीन ने अपने तूफानी अंदाज में अंदाज से अफ्रीकी बॉलरो के छक्के छुड़ा दिए थे। अजहर के 115 रन केवल 110 गेंदों पर आए थे जहां उन्होंने 19 चौके और एक छक्का लगाया था। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने लांस क्लूजनर को खास तौर पर अपना शिकार बनाया और यह गेंदबाज 12 ओवर में 88 रन खर्च कर चुका था। फिर भी दक्षिण अफ्रीका यह मैच 282 रनों से जीतने में कामयाब रहा क्योंकि भारत की दूसरी पारी धराशाई हो गई थी।
4. वीवीएस लक्ष्मण 96: 2010-11
यह इस दौरे पर भारतीय टीम का दूसरा टेस्ट मैच था जो डरबन में हो रहा था और बहुत ही खास मुकाबला था क्योंकि टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका में बड़ी ही दुर्लभ जीत दर्ज की थी और यहां पर लक्ष्मण ने 171 गेंदों पर 96 रनों की बहुत ही बेहतरीन पारी खेली थी। यह पारी दूसरी इनिंग में आई थी जिसके दम पर भारत ने 228 रनों का स्कोर खड़ा करने में कामयाबी हासिल की और उनकी इस मैच में ओवरऑल लीड 302 रन हो गई थी। इसके अलावा किसी भी बल्लेबाज ने अर्धशतक नहीं लगाया और वीरेंद्र सहवाग ही दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर थे जिन्होंने केवल 32 रन बनाए थे। भारत ने इस मैच को 87 रनों से जीतने में कामयाबी हासिल की थी।
5. विराट कोहली 119 और 96: 2013-14
यह मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प ड्रा साबित हुआ और यह मैच उस दौरे पर जोहांसबर्ग में खेला जा रहा था जो कि पहला मैच भी था। विराट कोहली टेस्ट बल्लेबाज के तौर पर अपने दूसरे साल में थे और उन्होंने 119 रन बनाए जिसके दम पर भारत को 280 पहली पारी में मिले और अजिंक्य रहाने अगले सर्वश्रेष्ठ स्कोरर थे जिन्होंने 47 रन बनाए। यहां पर जहीर खान और इशांत शर्मा गेंदबाजी में चमके जिन्होंने आपस में 4 विकेट चटकाए और भारत ने एक लीड हासिल करने में कामयाबी हासिल की कामयाबी दर्ज की।
कोहली फिर से बैटिंग करने आए और चेतेश्वर पुजारा ने जबरदस्त 153 रनों की पारी खेली जिससे भारत 421 रन बनाने में कामयाब रहा। साउथ अफ्रीका को 458 रन बनाने थे जिसमें फाफ डु प्लेसिस और एबी डिविलियर्स ने शतक बनाए थे।